Himachal News: हिमाचल प्रदेश में दूसरा सरकारी डेंटल कॉलेज हमीरपुर के जोलसप्पड़ में स्थापित किया जाएगा। सरकार के आदेश के बाद इसकी शुरुआती प्रक्रिया शुरू हो गई है। डॉक्टर राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जिला प्रशासन के माध्यम से इस पर काम शुरू कर दिया है। इससे बीडीएस और एमडीस करने वालों को सरकारी क्षेत्र में अवसर मिलेंगे।
नए डेंटल कॉलेज में बीडीएस की पचास सीटें शामिल होंगी। यह पांच साल का कोर्स होगा जिसमें चार साल की कक्षाएं और एक साल की इंटर्नशिप शामिल है। प्रदेश में वर्तमान में शिमला में एक सरकारी डेंटल कॉलेज है। निजी क्षेत्र में सुंदरनगर, नालागढ़ और पांवटा साहब में डेंटल कॉलेज संचालित हैं।
मेडिकल कॉलेज परिसर में होगा निर्माण
जोलसप्पड़ में बन रहे मेडिकल कॉलेज के नए भवन के साथ ही डेंटल कॉलेज को अटैच किया जाएगा। जिला मुख्यालय से करीब नौ किलोमीटर दूर इस क्षेत्र में पहले से ही मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां नर्सिंग कॉलेज और कैंसर इंस्टीट्यूट की भी घोषणा की थी।
इन परियोजनाओं के लिए भवन और भूमि की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। डेंटल कॉलेज के लिए सत्तर कनाल भूमि का चयन किया जा रहा है। विशेषज्ञों की एक टीम ने दो संभावित स्थलों का निरीक्षण किया है। अब सरकार के अंतिम आदेश का इंतजार है।
विशेषज्ञ टीम ने की भूमि का निरीक्षण
डेंटल कॉलेज के लिए भूमि चयन में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर रमेश भारती ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अतिरिक्त निदेशक अनुपम ठाकुर और नादौन के एसडीएम भी इस प्रक्रिया में शामिल रहे। डेंटल विभाग की डॉक्टर अनुप्रिया और अन्य विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से स्थल का निरीक्षण किया।
डेंटल हेल्थ सर्विस हिमाचल के निदेशक डॉक्टर सतीश चौधरी ने बताया कि सरकार के आदेश मिलते ही कार्रवाई शुरू हो जाएगी। निदेशालय स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस परियोजना से क्षेत्र के छात्रों को विशेष लाभ मिलेगा।
स्वास्थ्य शिक्षा में मिलेगा बढ़ावा
इस नए डेंटल कॉलेज से प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। छात्रों को सरकारी क्षेत्र में अधिक अवसर उपलब्ध होंगे। दंत चिकित्सा सेवाओं में विस्तार होगा। स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
डॉक्टर रमेश भारती ने बताया कि डेंटल कॉलेज के लिए भूमि चयन पूरा हो चुका है। सरकार के आदेश के बाद शेष प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस संस्थान के शुरू होने से जनता को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। यह क्षेत्र शिक्षा और स्वास्थ्य का हब बनने जा रहा है।
