India News: प्रवर्तन निदेशालय ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के एक मामले की जांच के संदर्भ में भारतीय क्रिकेट टीम के दो पूर्व खिलाड़ियों को नोटिस जारी किए हैं। रॉबिन उथप्पा से बयान लेने के लिए 22 सितंबर की तारीख तय की गई है। जबकि युवराज सिंह को अगले दिन 23 सितंबर को एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की जा रही है।
यह मामला एक लोकप्रिय ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि इस प्लेटफॉर्म ने निवेशकों को बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान पहुंचाया और कर चोरी भी की। इसके पहले भी एजेंसी ने इसी मामले में अन्य क्रिकेटरों से पूछताछ की थी।
रॉबिन उथप्पा को भेजे गए नोटिस में 22 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है। वर्तमान में उथप्पा एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट में कमेंट्री का कार्य कर रहे हैं। इस नोटिस के बाद उनकी कानूनी चुनौतियां बढ़ गई हैं।
इसी कड़ी में ईडी ने पूर्व स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह को भी नोटिस जारी किया है। युवराज को 23 सितंबर को एजेंसी के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखना होगा। इस मामले में अब तक कई हस्तियों से पूछताछ की जा चुकी है।
इस जांच में पहले टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना और शिखर धवन से भी पूछताछ की जा चुकी है। इस प्रकार रॉबिन उथप्पा के साथ दिल्ली में तीन पूर्व क्रिकेटर इस केस में शामिल हो चुके हैं। जांच एजेंसी इस मामले में गहनता से कार्य कर रही है।
इस मामले में केवल क्रिकेटर ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों की हस्तियां भी शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद और अभिनेत्री मीमी चक्रवर्ती का बयान भी दर्ज किया जा चुका है। बंगाली अभिनेता अंकुश हजरा भी एजेंसी के समक्ष पेश हुए हैं।
अभिनेत्री उर्वशी रौतेला, जो इस बेटिंग कंपनी की ब्रांड एंबेसडर रह चुकी हैं, उनकी भी जल्द ही पूछताछ होनी है। एजेंसी ने पिछले कुछ समय से ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ चल रही जांच में तेजी ला दी है।
कंपनी अपने बारे में दावा करती है कि वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त बुकी है। कंपनी के अनुसार वह पिछले 18 वर्षों से इस उद्योग में कार्यरत है। उनका प्लेटफॉर्म कई भाषाओं में उपलब्ध है।
यह जांच मुख्य रूप से इस बात पर केंद्रित है कि क्या इस प्लेटफॉर्म ने देश के कानूनों का उल्लंघन किया है। आरोपों में टैक्स चोरी और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। एजेंसी इन सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है।
