India News: बांग्लादेश में रविवार को चार तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप के प्रभाव मेघालय में भी देखने को मिले। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय समयानुसार सुबह ग्यारह बजकर उनचास मिनट पर यह भूकंप आया। भूकंप का केंद्र बांग्लादेश और मेघालय की सीमा के निकट था। किसी भी तरह के नुकसान की अभी कोई सूचना नहीं है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन से दस किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप वैज्ञानिकों ने बताया कि इसकी तीव्रता अपेक्षाकृत कम थी। राज्य के बुनियादी ढांचे पर इसका कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा। मेघालय और उसके आसपास का क्षेत्र सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र में आता है।
गुजरात में भी महसूस हुए झटके
भूकंप के झटके सिर्फ मेघालय तक सीमित नहीं रहे। गुजरात में भी रविवार को तीन दशमलव एक तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप दोपहर बारह बजकर इकतालीस मिनट पर आया। इसका केंद्र भचाऊ शहर से लगभग बारह किलोमीटर उत्तर पूर्व में था।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि इसमें किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। कच्छ जिला अत्यधिक जोखिम वाले भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है। यहां कम तीव्रता के भूकंप नियमित रूप से आते रहते हैं। कच्छ में वर्ष दो हजार एक का भूकंप अत्यंत विनाशकारी था।
म्यांमार में भी आया था भूकंप
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने शनिवार को म्यांमार में भूकंप की जानकारी दी थी। म्यांमार में तीन दशमलव चार तीव्रता का हल्का भूकंप आया था। यह भूकंप भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजकर पांच मिनट पर आया। इसका केंद्र अस्सी किलोमीटर की गहराई में था।
निगरानी जारी रखी गई
अधिकारियों ने कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। आगे आने वाले किसी भी झटके का आकलन करने के लिए निरंतर निगरानी की जा रही है। भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र अत्यधिक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र में आता है। इसलिए इस क्षेत्र में हमेशा सतर्कता बरती जाती है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस क्षेत्र में भूकंप की संभावना बनी रहती है। इसीलिए समय समय पर भूकंप की निगरानी की जाती है। अधिकारी जनता को सलाह देते हैं कि भूकंप के दौरान सुरक्षा के निर्देशों का पालन करें। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
