India News: कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोगों में डर पैदा हो जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कैंसर दुनिया भर में मौत का दूसरा प्रमुख कारण है। इस बीमारी में शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं, जो जानलेवा साबित हो सकती हैं। प्रोस्टेट, पेट, लीवर, फेफड़े और स्तन कैंसर जैसे प्रकार सबसे आम हैं। अगर कैंसर का पता शुरुआती स्टेज में चल जाए, तो इलाज के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।
कैंसर के प्रमुख शुरुआती लक्षण
असामान्य वजाइनल ब्लीडिंग
पीरियड्स के अलावा अगर वजाइना से खून आता है, तो यह यूटेराइन कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
लंबे समय तक खांसी
अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहे और उसमें खून आए, तो यह फेफड़ों के कैंसर का लक्षण हो सकता है। सामान्य खांसी और कैंसर की खांसी में अंतर समझना जरूरी है।
अवसाद और तनाव
बिना किसी स्पष्ट कारण के अगर डिप्रेशन या तनाव हो, तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत भी हो सकता है। मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ शारीरिक जांच भी जरूरी है।
मल में खून आना
मल के साथ खून आना कोलोरेक्टल कैंसर का संकेत हो सकता है। हालांकि, बवासीर में भी ऐसा होता है, लेकिन सतर्कता बरतनी चाहिए।
वजन का अचानक कम होना
बिना किसी प्रयास के अगर वजन तेजी से घटने लगे, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
भूख न लगना
अगर भूख अचानक कम हो जाए या बिल्कुल न लगे, तो यह पाचन तंत्र या अन्य अंगों के कैंसर का संकेत हो सकता है।
बार-बार बीमार पड़ना
अगर कोई व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ता है, तो यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने का संकेत हो सकता है, जो कैंसर से जुड़ा हो सकता है।
कैंसर के इलाज में समय बहुत महत्वपूर्ण है। अगर शुरुआती लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो इस बीमारी पर काबू पाना आसान हो सकता है। इसलिए, इन संकेतों को नजरअंदाज न करें और समय रहते डॉक्टर से सलाह लें।
