आगरा। हिमाचल प्रदेश के बद्दी में पकड़ा गया नामचीन दवा कंपनियों की नकली दवा बनवाकर आगरा से बिक्री करने वाले गिरोह का सरगना मोहित बंसल फव्वारा में दवा की दुकान पर काम करता था। अब वह गिरोह का सरगना है और करोड़ों की नकली दवाओं की बिक्री कर रहा है।
हिमाचल में तैयार कराता है नकली दवाएं
बाजार सूत्रों के अनुसार, मोहित बंसल फव्वारा दवा बाजार में एक थोक की दुकान पर काम करता था, 2014 में उसने एमएच फार्मा के नाम से कोतवाली के सामने मार्केट में दुकान खोली। इस मार्केट में पांच दुकानें हैं। कई वर्षों से दुकान पर कर्मचारी काम करते हैं वह कभी कभी आता है। यहां से आगरा के साथ ही आसपास के जिलों में सस्ती दर पर दवाओं की सप्लाई की जाती थी। जिन दवाओं की ज्यादा मांग है, उन दवाओं को हिमाचल प्रदेश स्थित फैक्ट्री में तैयार कराया जाता है। सस्ती दर पर दवाओं की बिक्री करने से अवैध कारोबार का नेटवर्क 11 राज्यों तक फैल चुका है। मोहित बंसल अब आगरा में नहीं रहता है, हिमाचल प्रदेश में गोदाम बना लिया है। वहां से ही कार से दिल्ली, पंजाब, बिहार, राजस्थान सहित 11 राज्यों में नकली दवाओं की सप्लाई कर रहा है।
इस तरह पकड़ा गया सरगना
हिमाचल प्रदेश के राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह के अनुसार सुबह बद्दी बैरियर पर औषधि विभाग की टीम ने यूपी नंबर की क्रेटा कार को पकड़ा। टीम ने कार से तीन कंपनियों की नकली दवा जब्त की, सरगना मोहित बंसल निवासी रामकुंज, कमला नगर सहित तीन को हिरासत में लेने के बाद गोदाम पर छापा मारा। टीम को बड़ी मात्रा में नामचीन कंपनी की कालेस्ट्राल कम करने, एलर्जी और दर्द निवारक दवा की बड़ी मात्रा में दवाएं मिली हैं। वहां से औषधि विभाग के मुख्यालय लखनऊ में सूचना दी गई।
घर पर नहीं मिलीं दवाएं
सहायक औषधि आयुक्त एके जैन ने बताया कि मुख्यालय से मिली सूचना पर टीम मोहित बंसल की फर्म एमएच फार्मा, फव्वारा में छापा मारने पहुंची। मगर, यहां ताला लगा हुआ था। इसके बाद मजिस्ट्रेट को साथ लेकर टीम ने रामकुंज कालोनी में छापा मारा। दो मंजिला मकान में भूतल पर बुजुर्ग मां मिली, उन्होंने बताया कि प्रथम तल पर बेटा परिवार के साथ रहता है लेकिन शहर से बाहर है। कमरों में ताला लगा हुआ था, कमरे के ताले तोड़े गए। कमरों से कोई दवा नहीं मिली है।