Kangra News: हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत जिला नूरपुर में एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने डमटाल क्षेत्र के एक गांव में एक मां और उसके दो बेटों को गिरफ्तार किया है। उनसे 22.65 ग्राम चिट्टा (हीरोइन), 4 लाख 70 हजार रुपये नकद, सोना-चांदी और अन्य सामान बरामद किया गया है। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई।
पुलिस अधीक्षक नूरपुर अशोक रत्न के अनुसार, आरोपित परिवार पर पंजाब से सटे इलाके में नशे का कारोबार चलाने का आरोप है। गिरफ्तार किए गए लोग बचनी पत्नी स्वर्गीय सतपाल और उनके बेटे लवजीत उर्फ लब्बा व कर्ण हैं। यह परिवार भदरोया गांव का निवासी है। पुलिस का दबिश दल मौके पर पहुंचा और तलाशी लेकर नशे की बड़ी खेप जब्त की।
आरोपियों का पुराना रिकॉर्ड
गिरफ्तार आरोपित नशा तस्करी के धंधे में नए नहीं हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, इन पर पहले भी नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्स्टेंस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। ये लोग डमटाल, इंदौरा और नूरपुर थाना क्षेत्रों में पहले भी इसी तरह के आरोपों में पकड़े जा चुके हैं। इसके बावजूद वे लगातार इस अवैध कारोबार में संलग्न थे।
पुलिस ने इस मामले में बरामद हुए नकदी और कीमती सामान को आरोपियों के अवैध कारोबार से अर्जित आय का हिस्सा बताया है। बरामद डिजिटल वेट मशीन इस बात का संकेत है कि वे नशीले पदार्थों की सटीक मात्रा तौलकर बेच रहे थे। पुलिस आगे की जांच में जुट गई है।
पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति
पुलिस अधीक्षक अशोक रत्न ने कहा कि नशे के कारोबार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि अगर किसी को नशा तस्करी या सेवन की कोई भी जानकारी मिले तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे। इससे इस सामाजिक बुराई को रोकने में मदद मिलेगी।
पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी से नूरपुर और आसपास के इलाकों में नशे के अवैध कारोबार पर कड़ा प्रहार होगा। पंजाब से सटे होने के कारण इस क्षेत्र में ऐसी घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं। पुलिस लगातार नशा माफिया पर नजर बनाए हुए है और ऐसी कार्रवाई जारी रखने का संकल्प लिया है।
