Himachal News: चंबा में एंटीबायोटिक दवा अमीक्लोक्स की एक बैच गुणवत्ता परीक्षण में फेल हो गई है। इस दवा की बैच संख्या बीसी002411 है जिसे एशियन फार्मा बद्दी कंपनी ने निर्मित किया था। स्वास्थ्य विभाग ने कंपनी को नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही चंबा के सभी दवा विक्रेताओं को इस बैच की दवा तुरंत वापस करने के निर्देश दिए हैं।
जुलाई माह में चंबा के एक थोक दवा विक्रेता के स्टोर पर दवा निरीक्षक लवली सिंह की टीम ने निरीक्षण किया था। टीम ने संदिग्ध बैच की दवा का नमूना ले लिया था। इस नमूने को प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजा गया था। प्रयोगशाला से प्राप्त रिपोर्ट में इस दवा के नमूने को गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं पाया गया।
कंपनी को जारी किया गया वापसी नोटिस
प्रयोगशाला रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई की है। विभाग ने एशियन फार्मा बद्दी कंपनी को इस बैच की दवा वापस बुलाने का आधिकारिक नोटिस जारी किया है। स्थानीय दवा विक्रेताओं से कहा गया है कि वे इस बैच की शेष दवा तुरंत कंपनी को लौटा दें।
चंबा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बिपिन ठाकुर ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा लिए गए नमूने की रिपोर्ट प्रयोगशाला से फेल आई है। इसके बाद तुरंत आवश्यक कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। गुणवत्ता मानकों पर खरी न उतरने वाली दवा बाजार से वापस ली जा रही है।
अमीक्लोक्स दवा का उपयोग और महत्व
अमीक्लोक्स कैप्सूल एक संयुक्त एंटीबायोटिक दवा है। इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया जनित संक्रमणों के इलाज में किया जाता है। यह दवा शरीर में हानिकारक सूक्ष्मजीवों की वृद्धि को रोकने का काम करती है। इसलिए इसकी गुणवत्ता का सही होना रोगियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
गुणवत्ता मानकों पर खरी न उतरने वाली दवाओं का सेवन रोगियों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकता है। इससे इलाज प्रभावित हो सकता है और स्वास्थ्य संबंधी अन्य जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसीलिए स्वास्थ्य विभाग ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करता है।
दवा निगरानी प्रक्रिया और भविष्य की कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग की दवा निरीक्षण टीमें नियमित रूप से पूरे प्रदेश में दवा विक्रेताओं के स्टोरों का निरीक्षण करती रहती हैं। संदेह होने पर वे दवाओं के नमूने लेकर प्रयोगशाला भेजती हैं। इस मामले में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई थी। नमूना लिए जाने के महीनों बाद प्रयोगशाला रिपोर्ट आती है।
दवा कंपनियों द्वारा गुणवत्ता मानकों का पालन न करना एक गंभीर मामला है। विभाग द्वारा ऐसी कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है। इससे अन्य दवा निर्माताओं के लिए एक संदेश जाता है कि वे दवा सुरक्षा मानकों से कोई समझौता न करें।
