शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

नशा मुक्त हिमाचल: तंबाकू विक्रेताओं के लिए लाइसेंस अनिवार्य, बिना परमिट बेचने पर होगा 50 हजार जुर्माना और एक साल की जेल

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Himachal News: नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत करसोग में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गोपाल चौहान की अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला में तंबाकू नियंत्रण को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए। राज्य सरकार ने तंबाकू उत्पादों की बिक्री को लाइसेंस प्रणाली के अंतर्गत लाने का निर्णय लिया है।

कार्यशाला में विभिन्न पंचायतों के सचिवों और पुलिस विभाग के तीन दर्जन प्रतिभागियों ने भाग लिया। डॉक्टर चौहान ने बताया कि अब बिना लाइसेंस तंबाकू बेचने पर एक वर्ष का कारावास या पचास हजार रुपये तक का जुर्माना होगा। खुली सिगरेट और बीड़ी बेचने पर पंद्रह हजार रुपये तक का जुर्माना निर्धारित किया गया है।

लाइसेंस आवेदन प्रक्रिया की दी गई जानकारी

कार्यशाला में लाइसेंस आवेदन प्रक्रिया और लाइसेंस जारी करने की कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा हुई। बिना लाइसेंस बिक्री करने वालों पर कार्रवाई की रूपरेखा भी स्पष्ट की गई। सभी तंबाकू विक्रेताओं से एक माह के भीतर लाइसेंस के लिए आवेदन करने का आग्रह किया गया। उन्हें अपनी संबंधित पंचायत सचिव के माध्यम से आवेदन करना होगा।

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तंबाकू विक्रेताओं को तंबाकू नियंत्रण कानूनों की अनुपालना का शपथ पत्र भी जमा करना होगा। शपथ पत्र में कई महत्वपूर्ण शर्तें शामिल हैं। इनमें शिक्षण संस्थानों से सौ गज की दूरी तक तंबाकू न बेचना और तंबाकू के विज्ञापन न करना शामिल है। खुली सिगरेट या बीड़ी की बिक्री से परहेज करना भी अनिवार्य है।

पंचायत प्रधान ने लिया तंबाकू त्याग का संकल्प

कार्यशाला के दौरान प्रधान ग्राम पंचायत भडारणु दलीप शर्मा ने प्रेरणादायक पहल की। उन्होंने तंबाकू त्यागने और तंबाकू का सेवन न करने की घोषणा की। बैठक में उपस्थित समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया। यह संकल्प समाज के लिए एक प्रेरक उदाहरण बना।

डॉक्टर गोपाल चौहान ने कहा कि भडारणु पंचायत द्वारा लिया गया यह संकल्प नशा मुक्त हिमाचल अभियान को नई दिशा देगा। करसोग से शुरू हुई यह पहल पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणादायक मॉडल साबित होगी। इससे अन्य लोगों को भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरणा मिलेगी।

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बैठक में उपस्थित रहे विभिन्न विभागों के अधिकारी

इस कार्यशाला में खंड विकास अधिकारी करसोग सुरेंद्र कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नगर पंचायत अध्यक्षा सविता गुप्ता भी इस आयोजन में शामिल हुईं। पंचायत निरीक्षकों ने भी सक्रिय सहयोग दिया। स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया।

सभी विभागों ने मिलकर नशा मुक्त हिमाचल के संकल्प को साकार करने का प्रयास किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों से बचाना था। प्रशासन की यह पहल जमीनी स्तर पर सकारात्मक परिणाम देगी। नशा मुक्ति अभियान को गति मिलेगी।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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