Chamba News: चम्बा पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल की है। शुक्रवार को सुल्तानपुर इलाके में गश्त के दौरान पुलिस ने एक शक के आधार पर सफेद ऑल्टो कार को रोका। कार सवार युवक से तलाशी में 6.76 ग्राम चिट्टा और चार इंसुलिन सिरिंज बरामद हुईं। आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस की विशेष टीम ने सुल्तानपुर क्षेत्र में नियमित गश्त के दौरान यह कार्रवाई की। उनकी नजर सामने से आ रही एक सफेद ऑल्टो कार पर पड़ी। संदेह के आधार पर पुलिस ने कार को रोककर उसकी तलाशी लेने का निर्णय लिया। तलाशी के दौरान ड्राइवर के पास से नशीला पदार्थ और सिरिंज मिलने पर उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान सूरज कुमार उर्फ किम्मू के रूप में हुई है। वह 31 वर्षीय युवक सुल्तानपुर इलाके का निवासी बताया जा रहा है। पुलिस ने बरामद सामग्री को सीलबंद करके सबूत के तौर पर सुरक्षित रख लिया है। इस घटना ने इलाके में हलचल मचा दी है।
मामले में कानूनी कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश लखनपाल ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ चम्बा सदर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि नशे के जाल के बारे में और जानकारी हासिल की जा सके। इससे बड़े नैटवर्क का पता चलने की उम्मीद है।
पुलिस का मानना है कि यह गिरफ्तारी नशे के व्यापार पर रोक लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। इंसुलिन सिरिंज के बरामद होने से इस बात के संकेत मिलते हैं कि आरोपी नशीले पदार्थों का इंजेक्शन के माध्यम से उपयोग कर रहा था। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि यह सामग्री आरोपी को कहां से मिली।
नशामुक्ति अभियान जारी
चम्बा पुलिस लगातार नशे के खिलाफ अभियान चला रही है। इसके तहत विभिन्न इलाकों में गश्त और छापेमारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी। उनका उद्देश्य युवाओं को नशे की लत से बचाना और समाज को इसके दुष्प्रभावों से मुक्त करना है।
इस मामले में आगे की जांच चल रही है। पुलिस आरोपी के संपर्कों और गतिविधियों का पता लगा रही है। अधिकारियों का कहना है कि नशे के किसी भी नैटवर्क को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि नशे की समस्या से निपटने के लिए ऐसे कदम जरूरी हैं। समुदाय भी पुलिस के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। सभी की सहभागिता से ही इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है।
