Raebareli News: रायबरेली जिले में ड्रोन चोर की अफवाह के चलते एक निर्दोष दलित युवक की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है और राजनीतिक बहस तेज हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात कर न्याय का वादा किया है। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और लापरवाही के आरोप में एक थाना प्रभारी का तबादला किया है।
रायबरेली के पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने बताया कि मानसिक रूप से विक्षिप्त हरिओम दांडेपुर अपने ससुराल जा रहे थे। भीड़ ने उन पर चोरी के इरादे से घरों को चिह्नित करने वाले ड्रोन गिरोह का सदस्य होने का आरोप लगाया। इसके बाद उन्हें बेरहमी से पीटा गया जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस को पहले से ही इलाके में फैली अफवाहों की जानकारी थी।
इस घटना से एक दिन पहले ही रायबरेली पुलिस ने दो लोगों को बिना अनुमति के ड्रोन उड़ाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक ये दोनों व्यक्ति मनोरंजन के लिए ड्रोन से वीडियो बना रहे थे। लेकिन उनकी इस गतिविधि ने ग्रामीण इलाकों में डर और अफवाहों को हवा दे दी। इससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में फैला डर
कानपुर में भी इसी तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं। बिधनू के खेरसां इलाके में पिछले हफ्ते एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति को ड्रोन ऑपरेटर समझकर पीटा गया। कानपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जिले में ड्रोन से चोरी की एक भी पुष्ट घटना दर्ज नहीं हुई है। फिर भी लोगों के मन में डर बैठ गया है।
यह डर अब पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फैल चुका है। हमीरपुर, प्रतापगढ़, इटावा, देवरिया और बलिया जैसे जिलों में व्हाट्सएप के जरिए झूठे वीडियो वायरल हो रहे हैं। हमीरपुर की पुलिस अधीक्षक दीक्षा शर्मा ने माना कि अफवाहों के कारण शांत गांवों में भी भय का माहौल है। लखनऊ के अधिकारी इसे सामूहिक भय सिंड्रोम बता रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
इस समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगस्त में सख्त निर्देश जारी किए थे। उन्होंने सभी जिलों को ड्रोन रजिस्टर बनाए रखने का आदेश दिया। साथ ही रात में ड्रोन उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया गया है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट या राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई का प्रावधान किया गया है।
कानपुर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जनता के बीच जाकर अभियान चला रहे हैं। डीसीपी दीपेंद्र नाथ चौधरी समेत कई अधिकारियों ने गांवों में जनसभाएं कीं। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की। चौधरी ने चेतावनी दी कि झूठी खबर फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीण जीवन पर प्रभाव
इन अफवाहों का ग्रामीण जीवन पर गहरा असर पड़ा है। देवरिया में बच्चों को सूर्यास्त के बाद घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा जा रहा है। बलिया में किसान आसमान में मशालें जलाकर सतर्कता बरत रहे हैं। इटावा में परिवार बारी-बारी से रात में जाग रहे हैं। गोरखपुर जिले के ग्रामीण इलाकों से भी ऐसी ही रिपोर्ट्स मिली हैं।
कानपुर के माधौगढ़ और रामपुरा में घूमने वाले फेरीवालों को भी भीड़ ने पीटा। सिरसा कलार के एक विक्रेता ने कहा कि अब वे बर्तन भी नहीं बेच सकते। लोग किसी अजनबी पर शक करने लगे हैं। यूपी-112 आपातकालीन लाइन पर ड्रोन चोरी की झूठी सूचनाओं के कॉल्स में भारी वृद्धि दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बलरामपुर में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी चेतावनी दोहराई। उन्होंने ड्रोन के नाम पर दहशत फैलाने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई के आदेश दिए। साथ ही चोरी के नाम पर आतंक फैलाने वालों की संपत्ति जब्त करने का भी प्रावधान किया गया है। फिर भी ग्रामीण इलाकों में डर का माहौल बना हुआ है।
