India News: राष्ट्रपति द्वारा ‘प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025’ को मंजूरी मिलने के बाद भारत में रियल मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लग गया है। इस कानून के प्रभाव में आते ही Dream11 जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म ने अपनी सेवाओं में बड़ा बदलाव किया है। कंपनी ने सभी पैसे वाले मुकाबले बंद कर दिए हैं और अब केवल फ्री-टू-प्ले मॉडल पर काम कर रही है।
ड्रीम11 का आधिकारिक बयान
Dream11 ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा की। कंपनी ने कहा कि उसने सभी पैसे वाले मुकाबले रोक दिए हैं। ड्रीम11 ने जोर देकर कहा कि वह हमेशा कानून का पालन करती आई है। कंपनी ने प्रधानमंत्री के भारत को खेल महाशक्ति बनाने के विजन का भी समर्थन किया।
यूजर्स के लिए क्या बदलाव हुए हैं?
प्लेटफॉर्म पर अब पैसे डालने का विकल्प हटा दिया गया है। यूजर्स के पास अब केवल फ्री कॉन्टेस्ट में भाग लेने का विकल्प बचा है। शुक्रवार रात तक ऐप पर क्रिकेट की श्रेणी में दो फ्री मैच उपलब्ध थे। इनमें रैंक 1 से 20 तक आने वाले winners को आईफोन 16 जैसे इनाम मिलने का वादा किया गया था।
प्लेटफॉर्म का पुराना रिकॉर्ड
Dream11 दुनिया का सबसे बड़ा फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म था। अगस्त 2025 तक इसके 280 मिलियन से अधिक यूजर्स थे। प्लेटफॉर्म पर क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल और हॉकी जैसे खेलों में भागीदारी होती थी। कंपनी हमेशा से अपने ऑपरेशन को स्किल बेस्ड गेमिंग के रूप में प्रस्तुत करती थी।
उद्योग पर प्रभाव
इस कानून का Dream11, MPL और Zupee जैसी कंपनियों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। ये सभी प्लेटफॉर्म रियल मनी गेमिंग पर निर्भर थे। नए regulation के बाद इन कंपनियों को अपने business model में बदलाव करना पड़ा। अब इनके सामने फ्री-टू-प्ले मॉडल के through revenue generate करना चुनौतीपूर्ण होगा।
