शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

डोनाल्ड ट्रंप: अमेरिकी राष्ट्रपति ने फिर किया भारत-पाक सीजफायर करवाने का दावा, अपने लिए की नोबल शांति पुरस्कार की मांग

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World News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम करवाने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यापार के लालच से दोनों देशों को सीजफायर के लिए मनाया। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्हें इस कार्य के लिए नोबल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। यह बयान एक डिनर पार्टी के दौरान दिया गया।

ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने वैश्विक स्तर पर कई शांति समझौते करवाए। उन्होंने सात अलग-अलग देशों के जोड़ों के बीच सीजफायर करवाने का दावा पेश किया। इस सूची में भारत-पाकिस्तान और थाईलैंड-कंबोडिया जैसे देश शामिल हैं। ट्रंप के अनुसार इनमें से अधिकतर मामलों में व्यापार एक प्रमुख कारक था।

ट्रंप का भारत-पाकिस्तान पर दावा

पूर्व राष्ट्रपति ने भारत के संदर्भ में एक विस्तृत दावा पेश किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत को स्पष्ट चेतावनी दी थी। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत से कहा कि यदि लड़ाई नहीं रुकी तो व्यापार नहीं होगा। उनके अनुसार इस दबाव के कारण भारत ने युद्धविराम स्वीकार किया। ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने व्यापार के जरिए यह समझौता करवाया।

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नोबल पुरस्कार की मांग

ट्रंप ने अपने भाषण में नोबल शांति पुरस्कार की इच्छा भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उन्होंने सात युद्ध विराम करवाए हैं। उनका मानना है कि इस कार्य की सराहना होनी चाहिए। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि यदि वह रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवा देते हैं तो उन्हें पुरस्कार मिलना चाहिए। यह टिप्पणी उन्होंने हाल के अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के संदर्भ में की।

अन्य देशों के बारे में दावे

ट्रंप ने अपने भाषण में कई अन्य देशों के जोड़ों का भी जिक्र किया। इनमें अर्मेनिया-अजरबैजान, इजरायल-इरान और मिस्र-इथियोपिया शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि उनकी टीम ने इन सभी क्षेत्रों में शांति प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रंप ने कहा कि 60 प्रतिशत मामलों में व्यापार समझौते ही मुख्य कारण थे।

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यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने ऐसे दावे किए हैं। इससे पहले भी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अपनी भूमिका को रेखांकित किया है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम को लेकर उनके दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी इस बयान को महत्वपूर्ण माना है।

ट्रंप ने अपने भाषण में दोनों देशों के नेताओं के प्रति सम्मान भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों व्यापार करना चाहते थे। इस इच्छा ने ही शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद की। ट्रंप के इस बयान ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में चर्चा शुरू कर दी है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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