Washington News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा आर्थिक फैसला लिया है। उन्होंने आयातित मध्यम और भारी ट्रकों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह टैरिफ एक नवंबर से प्रभावी होगा। ट्रंप ने यह जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए साझा की।
टैरिफ लगाने का कारण
इस टैरिफ कामुख्य उद्देश्य अमेरिकी निर्माताओं को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाना है। ट्रंप ने कहा कि यह कदम व्यापार संरक्षणवाद को बढ़ावा देगा। साथ ही घरेलू उद्योगों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने इसे निष्पक्षता बहाल करने और श्रमिकों की रक्षा के लिए जरूरी बताया।
समय सीमा में हुआ बदलाव
पहलेइस टैरिफ को एक अक्टूबर से लागू करने की योजना थी। लेकिन उद्योग जगत की चिंताओं के बाद इसे टाल दिया गया। उद्योग अधिकारियों ने लागत और आपूर्ति श्रृंखला को लेकर आशंकाएं जताई थीं। इसके बाद नई तारीख एक नवंबर निर्धारित की गई।
किन कंपनियों को मिलेगा फायदा
इस टैरिफ से अमेरिकी ट्रक निर्माता कंपनियों को लाभ मिलने की उम्मीद है। Paccar कंपनी जो Peterbilt और Kenworth ब्रांड की मालिक है, उसे फायदा होगा। इसके अलावा Daimler Truck की Freightliner कंपनी भी लाभान्वित होगी। यह कदम घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
मौजूदा व्यापार समझौते
वर्तमान में अमेरिका जापान और यूरोपीय संघ के साथ व्यापार समझौते कर चुका है। इन समझौतों के तहत हल्के वाहनों पर 15 फीसदी टैरिफ लगता है। नए फैसले के बाद यह स्पष्ट नहीं है कि बड़े वाहनों पर क्या दर लागू होगी। ट्रंप प्रशासन पहले भी ऐसे कदम उठा चुका है।
उद्योग पर प्रभाव
यह टैरिफ वैश्विक ऑटोमोटिव उद्योग को प्रभावित कर सकता है। आयातित भारी वाहनों की कीमतों में वृद्धि होगी। अमेरिकी घरेलू निर्माताओं को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा। उपभोक्ताओं पर इसके वित्तीय प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। व्यापार विशेषज्ञ इसके दीर्घकालिक प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं।
