Washington News: व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सूजी वाइल्स ने एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने पुष्टि की है कि अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump का नाम जेफरी एपस्टीन की विवादित फाइलों में मौजूद है। वाइल्स ने वैनिटी फेयर को दिए इंटरव्यू में बताया कि Donald Trump और एपस्टीन एक समय में ‘यंग प्लेबॉय’ की तरह साथ रहते थे। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि ट्रंप का नाम फाइलों में तो है, लेकिन किसी गलत काम या अपराध से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
‘गंदे द्वीप’ और प्लेबॉय वाली टिप्पणी
सूजी वाइल्स ने इंटरव्यू के दौरान एपस्टीन के निजी द्वीप को ‘नैस्टी आइलैंड’ (गंदा द्वीप) कहा। उन्होंने माना कि अमीर और प्रभावशाली लोग वहां जाते थे और गलत काम करते थे। वाइल्स ने कहा कि उन्हें इन बातों का अंदाजा था, लेकिन उन्होंने कभी इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। Donald Trump के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह और एपस्टीन उस दौर में युवा और सिंगल थे। दोनों एक साथ सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते थे, जिसे उन्होंने ‘प्लेबॉय’ लाइफस्टाइल का नाम दिया।
क्या है फ्लाइट लॉग का सच?
व्हाइट हाउस की अधिकारी ने बताया कि उन्होंने खुद ‘एपस्टीन फाइल’ की समीक्षा की है। उन्होंने स्वीकार किया कि Donald Trump ने एपस्टीन के निजी विमान ‘लोलिता एक्सप्रेस’ में यात्रा की थी। इसी वजह से उनका नाम फ्लाइट लॉग में दर्ज है। वाइल्स ने जोर देकर कहा कि फाइल में Donald Trump की मौजूदगी है, लेकिन उन पर किसी भी तरह के यौन अपराध का आरोप नहीं है। उनकी उपस्थिति केवल यात्रा और पुरानी जान-पहचान तक सीमित है।
ट्रंप और एपस्टीन का पुराना रिश्ता
Donald Trump और जेफरी एपस्टीन कई दशकों तक एक-दूसरे को जानते थे। साल 1992 और 2000 में उनकी कई तस्वीरें साथ में सामने आई थीं। वे पाम बीच और न्यूयॉर्क के हाई-प्रोफाइल सोशल सर्कल का हिस्सा थे। एक समय एपस्टीन ने दावा किया था कि वह Donald Trump का सबसे करीबी दोस्त है। हालांकि, बाद में ट्रंप ने एपस्टीन से अपने रिश्ते तोड़ लिए थे। ट्रंप ने बताया था कि उन्होंने एपस्टीन को अपने ‘मार-ए-लागो’ क्लब से बाहर निकाल दिया था क्योंकि उसने वहां की एक कर्मचारी के साथ छेड़छाड़ की थी।
इंटरव्यू पर वाइल्स की सफाई
सूजी वाइल्स ने अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी की भी आलोचना की है। उन्होंने एपस्टीन मामले की जांच के तरीके पर सवाल उठाए। हालांकि, बाद में वाइल्स ने इस इंटरव्यू को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने इसे एक ‘साजिश के तहत लिखा गया लेख’ (Hit Piece) करार दिया। बता दें कि जेफरी एपस्टीन की 2019 में जेल में मौत हो गई थी, लेकिन उससे जुड़े खुलासे आज भी अमेरिकी राजनीति में भूचाल ला रहे हैं।
