Himachal News: हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के तीसा सिविल अस्पताल में एक डॉक्टर के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं। एक अढ़ाई साल की बच्ची की मां ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। महिला ने घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में महिला रोती हुई नजर आ रही है और डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है।
मामला बीती रात करीब साढ़े ग्यारह बजे का है जब तीसा निवासी महिला अपनी बीमार बेटी को लेकर अस्पताल पहुंची। उस समय नाइट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर कुलभूषण वार्ड में मौजूद नहीं थे। ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने डॉक्टर को फोन करके बच्ची की हालत के बारे में सूचना दी। महिला का आरोप है कि डॉक्टर ने फोन पर ही बिना जांच किए नर्स को दवाइयां लिखवा दीं।
जब महिला ने बिना जांच के दवा देने पर आपत्ति जताई तो नर्स ने यह बात डॉक्टर को बताई। महिला के मुताबिक, फोन पर डॉक्टर ने नर्स से कहा कि वह उंगली डालकर चैक थोड़ी करेंगे। नर्स के फोन की आवाज तेज होने के कारण महिला ने यह बात सुन ली। इसके बाद महिला भड़क गई और उसने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
वायरल वीडियो में महिला रोते हुए कहती नजर आ रही हैं कि डॉक्टर ने उनकी बच्ची के लिए गंदी भाषा का इस्तेमाल किया है। उन्होंने सवाल किया कि अगर डॉक्टर को नींद इतनी प्यारी है तो उन्होंने नीट की परीक्षा पास ही क्यों की। महिला ने मांग की कि ऐसे डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज तथा कॉल डिटेल की जांच की जाए।
अस्पताल प्रशासन और विधायक की प्रतिक्रिया
मामले में बीएमओ तीसा डॉक्टर ऋषि पुरी ने बताया कि डॉक्टर कुलभूषण नाइट ड्यूटी पर थे, लेकिन मरीज के आने के समय वह खाना खाने के लिए अपने कमरे में गए हुए थे। डॉक्टर पुरी के मुताबिक, डॉक्टर कुलभूषण ने फोन पर नर्स से ही बात की थी और मरीज की मां से उनकी कोई सीधी बातचीत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर लिखित शिकायत मिलती है तो मामले की जांच निश्चित रूप से की जाएगी।
वहीं चुराह के विधायक हंसराज शर्मा ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने बीएमओ से संबंधित डॉक्टर को तत्काल निलंबित करने की मांग की है। विधायक ने कहा कि बेटी के साथ जो कुछ हुआ वह शर्मसार करने वाला है और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। उन्होंने मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की।
डॉक्टर ने दी अपनी सफाई
आरोपों के जवाब में डॉक्टर कुलभूषण ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है और महिला से उनकी कोई सीधी बातचीत नहीं हुई। डॉक्टर ने महिला पर आरोप लगाया कि वह एक ब्लॉगर है और प्रसिद्धि पाने के लिए उसने यह वीडियो बनाकर अपलोड कर दिया है।
डॉक्टर कुलभूषण ने अपना पक्ष रखते हुए दावा किया कि उन्होंने नर्स से कहा था कि अगर मामला गंभीर है तो वह थोड़ी देर में आकर जांच करते हैं। उनका कहना है कि महिला ने पूरी बात सुने बिना ही गलत आरोप लगा दिए। डॉक्टर ने कहा कि मामले की जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी।
यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इस घटना पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई लोग महिला के समर्थन में हैं तो कुछ लोग डॉक्टर के पक्ष में भी बात कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में ऐसी घटनाएं गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं।
ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत पर यह मामला फिर से सवाल खड़े कर रहा है। मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों के बीच संवाद की कमी ऐसी समस्याओं को जन्म देती है। इस डॉक्टर विवाद ने एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की जरूरत को रेखांकित किया है।
वायरल वीडियो के बाद स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी भी इस मामले पर नजर रखे हुए हैं। प्रशासनिक स्तर पर इसकी जांच शुरू होने की उम्मीद है। दोनों पक्षों के बयानों के बाद अब तथ्यों की जांच और आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार है।
