National News: अग्निशमन विभाग ने दिवाली के दौरान अग्नि सुरक्षा को लेकर विशेष एडवाइजरी जारी की है। विभाग ने लोगों से घर के अंदर पटाखे न जलाने की सलाह दी है। खिड़कियों के पास या बंद स्थानों पर पटाखे जलाने से मना किया गया है। ढीले और लटकते कपड़े पहनने से बचने की सिफारिश की गई है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि ज्वलनशील पदार्थों के पास पटाखों का उपयोग न करें। सूखी पत्तियों, गैस सिलेंडरों या वाहनों से पटाखों को दूर रखना जरूरी है। बिना जले पटाखों को दोबारा चलाने की कोशिश न करें। आपातकालीन निकास मार्ग को कभी भी अवरुद्ध न करें।
क्या न करें दिवाली पर
अग्निशमन विभाग ने स्पष्ट किया कि यदि कोई पटाखा जलने में विफल हो जाता है तो उसे दोबारा जलाने की कोशिश न करें। कुछ मिनट प्रतीक्षा करने के बाद उसे सुरक्षित तरीके से निपटाएं। मोमबत्तियां या दीये को बिना देखे कभी न छोड़ें। विशेष रूप से पर्दों या ज्वलनशील पदार्थों के पास इन्हें रखने से बचें।
जलने या चोट लगने की स्थिति में उसे नजरअंदाज न करें। तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। डॉक्टर के मार्गदर्शन के बिना घरेलू उपचार न करें। बच्चों को पटाखे चलाते समय अकेला न छोड़ें। हमेशा व्यस्क व्यक्ति की निगरानी आवश्यक है।
दिवाली सुरक्षा के महत्वपूर्ण उपाय
लाइसेंस धारक विक्रेताओं से ही पटाखे खरीदें। गुणवत्ता वाले और कानूनी रूप से अनुमोदित पटाखों का ही उपयोग करें। पटाखों को इमारतों, वाहनों और ज्वलनशील पदार्थों से दूर खुले स्थानों में चलाएं। पार्क या बड़े मैदानों में पटाखे जलाना सुरक्षित रहता है।
पानी की भरी हुई बाल्टी हमेशा पास में रखें। आग की आपात स्थिति से निपटने के लिए यह आवश्यक है। सूती कपड़े पहनने को प्राथमिकता दें। सिंथेटिक कपड़े आसानी से आग पकड़ सकते हैं। इससे चोटों का जोखिम बढ़ जाता है।
बच्चों की सुरक्षा का रखें ध्यान
पटाखे जलाते समय बच्चों की निगरानी हमेशा व्यस्क व्यक्ति को करनी चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि बच्चे सभी सुरक्षा उपायों का पालन कर रहे हैं। इस्तेमाल किए गए पटाखों को पानी की बाल्टी में डाल दें। इससे बची हुई चिंगारियों के फैलने का खतरा कम हो जाता है।
एक समय में केवल एक ही पटाखा चलाएं। विभिन्न प्रकार के पटाखों को एक साथ चलाने से बचें। इससे अनचाहे विस्फोट की आशंका रहती है। पटाखों से सुरक्षित दूरी बनाए रखना भी जरूरी है। हवा की दिशा का ध्यान रखते हुए ही पटाखे चलाएं।
