India News: इस दिवाली आप परिवार और दोस्तों को कुछ अलग तरह का गिफ्ट दे सकते हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने FASTag Annual Pass को गिफ्ट के रूप में देने की सुविधा शुरू की है। सोना-चांदी या पारंपरिक उपहारों की बजाय अब आप यह डिजिटल गिफ्ट दे सकते हैं। राजमार्ग यात्रा ऐप के माध्यम से यह सुविधा उपलब्ध है।
राजमार्ग यात्रा ऐप में एड पास के ऑप्शन पर क्लिक करके आप यह गिफ्ट दे सकते हैं। आपको वाहन नंबर और प्राप्तकर्ता का संपर्क विवरण दर्ज करना होगा। ओटीपी सत्यापन के बाद पास संबंधित वाहन के FASTag पर सक्रिय हो जाएगा। यह पास गैर-वाणिज्यिक वाहनों के लिए उपलब्ध है।
देशभर में मान्य है यह पास
FASTag Annual Pass देश के 1,150 से अधिक टोल प्लाजा पर मान्य है। पास धारक वाहन बिना रुकावट यात्रा कर सकते हैं। यह पास एक वर्ष के लिए वैध रहता है। उपयोगकर्ताओं को एक बार में ही पूरी फीस का भुगतान करना होता है। इससे टोल प्लाजा पर समय की बचत होती है।
अगस्त 2025 में लॉन्च होने के बाद इस पास को 25 लाख से अधिक लोगों ने अपनाया है। इस दौरान लगभग 5.67 करोड़ लेनदेन दर्ज किए गए हैं। इस सुविधा से राजमार्गों पर यातायात की गति बढ़ी है। टोल संग्रह प्रक्रिया में भी सुधार आया है।
नए टोल भुगतान नियम लागू
पंद्रह नवंबर 2025 से टोल भुगतान के नियम बदल रहे हैं। जिन वाहनों में FASTag नहीं होगा, उन्हें डिजिटल भुगतान पर 1.25 गुना टोल देना होगा। नकद भुगतान करने वालों को दोगुना शुल्क देना पड़ेगा। उदाहरण के लिए 100 रुपये के टोल पर यूपीआई से 125 रुपये देने होंगे।
नेशनल हाईवे फी रूल्स में बदलाव का उद्देश्य डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना है। इससे टोल प्लाजा पर भीड़ कम होगी और भुगतान प्रणाली अधिक कुशल होगी। चार अक्टूबर 2025 की अधिसूचना के अनुसार यह बदलाव किए गए हैं। यह कदम डिजिटल इंडिया की दिशा में महत्वपूर्ण है।
FASTag स्टेटस कैसे चेक करें
उपयोगकर्ता एनपीसीआई की वेबसाइट पर जाकर अपने FASTag की स्थिति जांच सकते हैं। NETC FASTag स्टेटस पेज पर वाहन नंबर या FASTag आईडी दर्ज करनी होती है। यदि बैलेंस सही होने के बावजूद स्टेटस निष्क्रिय दिखाई दे तो बोनस क्लेम के लिए आवेदन किया जा सकता है। इसकी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी होती है।
यह नई सुविधा उपहार देने की परंपरा में आधुनिक बदलाव लाती है। डिजिटल गिफ्ट के रूप में FASTag पास व्यावहारिक और उपयोगी विकल्प है। यह सुविधा राजमार्ग यात्रा को सुगम बनाती है। टोल प्लाजा पर लंबी कतारों से छुटकारा मिलता है। यात्रा का अनुभव बेहतर होता है।
