Himachal News: हिमाचल प्रदेश के करसोग विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आपदा राहत के तहत प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने सनारली, शरकोल नाला, कुट्टी और पुराना बाजार में नुकसान का जायजा लिया। ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्होंने संवेदना व्यक्त की और हौसला बढ़ाया। ठाकुर ने कहा कि यह कठिन समय है, लेकिन हिम्मत नहीं हारनी। यह दौरा प्रभावितों के लिए उम्मीद की किरण है।
तबाही का मंजर
करसोग में भारी बारिश और भूस्खलन ने भयंकर तबाही मचाई। लोगों की खेती, बाग और संपत्तियां बह गईं। ठाकुर ने कहा कि उनकी गृह विधानसभा सराज में भी बड़ा नुकसान हुआ। सड़कें बंद होने से पहुंचने में देरी हुई। उन्होंने प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि वे अकेले नहीं हैं। यह संदेश ग्रामीणों के लिए भावनात्मक समर्थन देता है। लोग अपनी जिंदगी दोबारा शुरू करने की उम्मीद कर रहे हैं।
सरकार से मांग
जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से करसोग का दौरा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वास्तविक नुकसान का आकलन तभी हो सकता है। आपदा राहत कार्यों को युद्ध स्तर पर करने की जरूरत है। तत्काल राहत न केवल मदद देती है, बल्कि लोगों में सरकार के प्रति विश्वास भी जगाती है। ठाकुर ने प्रशासन से प्रभावितों तक जल्द सहायता पहुंचाने की मांग की।
केंद्र की सहायता
ठाकुर ने केंद्र सरकार से मिली सहायता को प्रभावितों तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने बताया कि केंद्र ने आपदा राहत के लिए करोड़ों रुपये दिए हैं। लेकिन यह राशि वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से पारदर्शी और तेजी से कार्य करने को कहा। यह अपील सुनिश्चित करती है कि राहत कार्य प्रभावी हों। केंद्र और राज्य के समन्वय से स्थिति सुधर सकती है।
राहत सामग्री का वितरण
भारतीय जनता पार्टी ने तत्काल राहत सामग्री वितरित की। राशन, कपड़े, जूते, बर्तन और कंबल जैसी जरूरी चीजें प्रभावितों तक पहुंचाई गईं। ठाकुर ने देशभर से मिले सहयोग की सराहना की। यह प्रयास हिमाचल के लोगों के लिए बड़ा समर्थन है। राहत सामग्री ने कई परिवारों को संकट में सहारा दिया। यह एकजुटता आपदा से लड़ने की ताकत देती है।
प्रभावितों का दर्द
करसोग में कई परिवारों ने सब कुछ खो दिया। उनकी जिंदगी की कमाई और आजीविका के साधन नष्ट हो गए। ठाकुर ने प्रभावितों से मिलकर उनके दुख को साझा किया। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। यह दौरा न केवल नुकसान का आकलन करता है, बल्कि लोगों को भावनात्मक बल भी देता है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, राहत कार्य जारी हैं।
