शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

धर्मेंद्र: मनाली के एक दोस्त की जुबानी, सुपरस्टार की सादगी की कहानी

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Himachal News: बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र के निधन ने उनके करोड़ों प्रशंसकों के साथ-साथ उनके करीबी दोस्तों को भी गहरा दुख पहुंचाया है। मनाली के रहने वाले धर्म चंद ठाकुर उनके ऐसे ही गहरे दोस्त रहे हैं, जिनसे धर्मेंद्र का छह दशक का लंबा सफर जुड़ा था। धर्म चंद के मुताबिक, जब धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे थे, तभी से दोनों में गहरी दोस्ती हो गई थी। वह हमेशा उनके परिवार का हिस्सा बन गए और मनाली आने पर उनके घर जरूर मिलने आते थे।

धर्म चंद ने बताया कि धर्मेंद्र न केवल एक महान स्टार, बल्कि एक बेहतरीन इंसान थे। वह हमेशा सबका ख्याल रखते थे और सुख-दुख में शामिल होना नहीं भूलते थे। उनकी यही सादगी और मिलनसारिता उन्हें आम लोगों से जोड़े रखती थी। धर्म चंद ने जोर देकर कहा कि जब बहुत कम लोग धर्मेंद्र को पहचानते थे, तभी वह उनके घनिष्ठ मित्र बन गए थे। यह दोस्ती समय के साथ और गहरी होती गई।

फिल्म ‘जीने नहीं दूंगा’ की शूटिंग ने जोड़ा मनाली से नाता

धर्म चंद ने वर्ष 1984 की बात याद करते हुए बताया कि जब धर्मेंद्र फिल्म ‘जीने नहीं दूंगा’ की शूटिंग के लिए मनाली आए थे, तब उन्होंने ही धर्म चंद का परिचय फिल्म के निर्देशक राजकुमार कोहली और सह-कलाकारों शत्रुघ्न सिन्हा, राज बब्बर, अनीता राज और रोशनी से करवाया था। इस घटना ने मनाली में बिताए उनके पलों को और यादगार बना दिया। धर्मेंद्र का मनाली और हिमाचल प्रदेश से गहरा नाता रहा।

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पिता-पुत्र का मनाली प्रेम

धर्म चंद के दामाद अजय ठाकुर ने भी धर्मेंद्र के व्यक्तित्व की सराहना करते हुए उन्हें बहुत ही खुशमिजाज और मिलनसार बताया। उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र कई बार अपने बेटे सनी देओल के साथ मनाली आए और यहां की खूबसूरत वादियों का आनंद लिया। नवंबर 2021 में धर्मेंद्र करीब एक महीने तक मनाली में रहे। सनी देओल के एक दोस्त बिक्रम ने बताया कि सनी ने मनाली के पास सरसेई में एक कॉटेज किराए पर ले रखा था और वह अपने पिता को पहाड़ियों पर घुमाने ले गए थे।

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रोहतांग टनल को बताया अजूबा

बिक्रम के मुताबिक, पहाड़ियों से मनाली का नजारा देखकर धर्मेंद्र भावविभोर हो गए थे। इस दौरान बनाए गए एक वीडियो में धर्मेंद्र ने कहा था कि उनका बेटा सनी उन्हें मनाली लाया है और इसके लिए उन्होंने सनी का आभार जताया था। धर्मेंद्र ने अटल टनल रोहतांग का भी दीदार किया और इसे एक अजूबा बताया। उन्होंने कहा था कि उन्हें बीस साल बाद मनाली और रोहतांग आने का मौका मिला है।

हिमाचल की पहाड़ियों में फिल्माईं कई कहानियां

धर्मेंद्र ने इन्हीं बर्फीली पहाड़ियों पर ‘इज्जत’, ‘जीने नहीं दूंगा’, ‘तहलका’, ‘आदमी और इंसान’ सहित कई फिल्मों की शूटिंग की थी। उन्होंने याद किया कि उस समय रोहतांग के पार लाहुल जाने के लिए कई घंटों का सफर तय करना पड़ता था। रोहतांग सुरंग ने इस यात्रा को बहुत आसान बना दिया है। धर्मेंद्र का मनाली से जुड़ाव और उनकी सादगी की ये कहानियां आज भी उनके प्रशंसकों और दोस्तों के दिलों में जिंदा हैं।

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