Dharamshala News: कांगड़ा पुलिस ने धर्मशाला में हुए सनसनीखेज गोलीकांड का मामला रिकॉर्ड 32 घंटों में सुलझा लिया है। पुलिस की एक विशेष टीम ने पड़ोसी राज्य पंजाब के अमृतसर में छापेमारी करके गोली चलाने वाले मुख्य आरोपी सहित सभी पांचों आरोपियों को गिरफ़्तार किया है। यह मामला एकदम ब्लाइंड केस था, जिसमें पुलिस के पास आरोपियों की कोई पहचान नहीं थी।
19 और 20 सितंबर की दरम्यानी रात कोतवाली बाजार इलाके में कुछ अज्ञात बदमाशों और स्थानीय युवकों के बीच झगड़ा हुआ। इसी दौरान एक आरोपी ने हवा में गोली चला दी, जिससे इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी वहां से फरार हो गए थे। घटना के बाद धर्मशाला पुलिस ने आईपीसी और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत एक विशेष जांच टीम गठित की। इस टीम को आरोपियों की तलाश के लिए पड़ोसी राज्यों में भेजा गया। टीम ने तकनीकी सहायता और अपने गुप्त सूचना तंत्र का इस्तेमाल करते हुए सघन छानबीन शुरू की। संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की गई।
अथक परिश्रम के बाद पुलिस टीम ने पंजाब के अमृतसर में सभी पांच आरोपियों को पकड़ा। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ जारी रखी है ताकि घटना से जुड़े अन्य तथ्यों का पता लगाया जा सके।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जसप्रीत सिंह, रणजीत सिंह, अर्शप्रीत सिंह, जितेंद्र सिंह और नीरज के रूप में हुई है। सभी आरोपी पंजाब के गुरदासपुर और बटाला जिले के निवासी हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेजी से की जा रही है।
कांगड़ा पुलिस ने इस मामले में अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वह अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है। कानून व्यवस्था को भंग करने वाले तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। इस सफलता से पुलिस की क्षमता में लोगों का विश्वास बढ़ा है।
