Himachal News: धर्मशाला के महिला पुलिस थाने में शादी का झांसा देकर दुराचार का मामला दर्ज हुआ है। नूरपुर निवासी एक युवती ने नगरोटा बगवां के युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। युवक पर आरोप है कि उसने शादी का वादा करके युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाए।
पुलिस ने युवक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 और 115 के तहत मामला दर्ज किया है। युवती ने युवक पर मारपीट के आरोप भी लगाए हैं। एएसपी कांगड़ा वीर बहादुर ने मामले की पुष्टि करते हुए जांच शुरू होने की जानकारी दी।
मामले की पृष्ठभूमि
नूरपुर की युवती और नगरोटा बगवां के युवक की जानपहचान हुई थी। युवक पंजाब के लुधियाना में काम के सिलसिले में रहता है। दोनों के बीच संबंध बनने के बाद युवक ने शादी का प्रस्ताव रखा। शादी के वादे के आधार पर युवती ने युवक के साथ शारीरिक संबंध बनाए।
कुछ समय बाद जब युवती ने शादी करने का दबाव बनाया तो युवक ने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद युवती ने महिला पुलिस थाना धर्मशाला में शिकायत दर्ज कराई। युवती ने पुलिस को बताया कि युवक ने उसे शारीरिक नुकसान भी पहुंचाया।
पुलिस की कार्रवाई
महिला पुलिस थाना धर्मशाला ने युवती की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की। थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने युवक की तलाश शुरू कर दी है। युवक के ठिकाने का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
एएसपी कांगड़ा वीर बहादुर ने बताया कि पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी जिम्मेदारी के साथ की जाएगी। पुलिस युवक को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
कानूनी प्रावधान
भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 धोखे से शारीरिक संबंध बनाने से संबंधित है। यह धारा उन मामलों में लागू होती है जहां शादी का झूठा वादा करके किसी महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं। धारा 115 महिला के खिलाफ हिंसा और चोट पहुंचाने से संबंधित है।
पुलिस इन दोनों धाराओं के तहत मामला दर्ज करके आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। कानून के अनुसार इन धाराओं के तहत सजा का प्रावधान है। पुलिस मामले में सबूत एकत्र कर रही है ताकि मजबूत केस बनाया जा सके।
समाज में बढ़ती चिंता
इस तरह के मामले समाज में चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। शादी के झूठे वादे करके महिलाओं के साथ धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ रही हैं। महिला संगठनों ने ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस प्रशासन ने ऐसे मामलों को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में पीड़िताओं को तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाहिए। समय रहते कानूनी कार्रवाई होने पर आरोपियों को सजा दिलाना आसान होता है। पुलिस ने भी ऐसे मामलों में संवेदनशीलता दिखाई है।
