Mandi News: धर्मपुर विधायक चंद्रशेखर का आमरण अनशन सातवें दिन भी जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग जालंधर-हमीरपुर-धर्मपुर-मंडी-मनाली के निर्माण में लगी कंपनियों के खिलाफ शुरू किए गए इस अनशन से उनकी तबीयत बिगड़ गई है। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि उनका शुगर लेवल कम हो गया है।
विधायक के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट देखी जा रही है। इसके बावजूद वह अपने आंदोलन पर डटे हुए हैं। उनका यह अनशन एनएच निर्माण कार्य में आ रही लापरवाही और देरी के खिलाफ है। स्थानीय लोगों को इस निर्माण कार्य से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार को भोरंज के विधायक सुरेश कुमार और सुजानपुर के विधायक कैप्टन रणजीत सिंह भी चंद्रशेखर के समर्थन में पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन क्षेत्र की जनता की कठिनाइयों को देखते हुए शुरू किया गया है। उन्होंने कंपनी प्रबंधन को चेतावनी भी दी।
सुरेश कुमार ने कहा कि अगर सोमवार शाम तक मोर्थ कंपनी के अधिकारियों को नहीं बदला गया और उनके उच्चाधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो वह भी परसों से इसी जगह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। भोरंज के लोग भी इस आंदोलन में शामिल होंगे।
चार शर्तों पर होगा समझौता
विधायक चंद्रशेखर ने कंपनी के सामने चार शर्तें रखी हैं। पहली शर्त सड़क निर्माण कार्य को निश्चित तिथि में पूरा करना है। दूसरी शर्त लोगों के घरों को हुए नुकसान की भरपाई करना है। तीसरी शर्त वर्तमान में इस प्रोजेक्ट पर नियुक्त मोर्थ के सभी कर्मचारियों को बदलना है।
चौथी और अंतिम शर्त सभी प्रकार से निर्माण कार्य में गुणवत्ता लाने का लिखित समझौता करना है। विधायक का कहना है कि इन शर्तों के पूरा होने पर ही वह अपना अनशन तोड़ेंगे। अभी तक कंपनी की ओर से कोई ठोस जवाब नहीं आया है।
सांसद अनुराग ठाकुर से हस्तक्षेप की मांग
भोरंज के विधायक सुरेश कुमार ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार हस्तक्षेप नहीं करती तो आंदोलन के भयंकर परिणाम भुगतने होंगे। सुरेश कुमार ने सांसद अनुराग ठाकुर से भी सड़क निर्माण कार्य को लेकर सहायता देने का अनुरोध किया।
स्थानीय निवासी भी इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है कि लंबे समय से एनएच निर्माण कार्य ठप पड़ा है। इससे यातायात में भारी परेशानी हो रही है। लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। सड़क की खराब हालत से वाहनों को भी नुकसान होता है।
