Himachal News: हिमाचल प्रदेश के 1990 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्याम भगत नेगी जल्द ही अपने गृह राज्य लौट सकते हैं। केंद्र सरकार ने मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को उनकी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापसी को मंजूरी दे दी। इस फैसले ने नेगी के हिमाचल पुलिस के डीजीपी नियुक्ति की संभावनाओं को और मजबूत कर दिया है। किन्नौर के इस अधिकारी के नेतृत्व में प्रदेश पुलिस को नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जो स्थानीय लोगों के लिए गर्व का विषय है।
केंद्र से हिमाचल लौटने की मंजूरी
केंद्र सरकार की अपॉइंटमेंट्स कमेटी ऑफ कैबिनेट ने श्याम भगत नेगी की हिमाचल वापसी को हरी झंडी दिखाई। नेगी वर्तमान में दिल्ली में कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं। मई 2025 में तैयार किए गए डीजीपी पैनल में उनका नाम शीर्ष पर था, जिसमें अशोक तिवारी (1993 बैच) और राकेश अग्रवाल (1994 बैच) भी शामिल थे। वरिष्ठता के आधार पर नेगी डीजीपी नियुक्ति के लिए सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
आठ महीने का संभावित कार्यकाल
किन्नौर जिले के रहने वाले श्याम भगत नेगी का जन्म 15 मार्च 1966 को हुआ था। वह 31 मार्च 2026 को सेवानिवृत्त होंगे। अगर उन्हें डीजीपी नियुक्त किया जाता है, तो वे आठ महीने तक हिमाचल पुलिस का नेतृत्व करेंगे। उनकी शैक्षणिक योग्यता में एमबीए शामिल है, जो उनके प्रशासनिक कौशल को दर्शाता है। उनकी वापसी से स्थानीय समुदाय में उत्साह है, क्योंकि वे किन्नौर के गौरव के रूप में देखे जाते हैं।
वर्तमान डीजीपी की स्थिति
मई 2025 में डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा के रिटायर होने के बाद अशोक तिवारी कार्यवाहक डीजीपी की भूमिका निभा रहे हैं। तिवारी को भी डीजीपी पद के लिए मजबूत दावेदार माना जा रहा था, लेकिन नेगी की वरिष्ठता और केंद्र से वापसी ने उनकी संभावनाओं को बढ़ा दिया। हिमाचल सरकार जल्द ही नए डीजीपी की नियुक्ति की घोषणा कर सकती है, जो राज्य में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
