Himachal News: उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर राष्ट्रीय नेताओं की प्रतिमाएं स्थापित करने को लेकर कोई विरोधाभास नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं, कांग्रेस उनके सम्मान में राजनीति नहीं करेगी।
अग्निहोत्री ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि रिज मैदान में किन शख्सियतों की प्रतिमाएं स्थापित की जा सकती हैं, इस पर सरकारी स्तर पर चर्चा होगी। हाल ही में वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित हुई है।
भाजपा से अलग दृष्टिकोण
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार भाजपा की तरह आलोचना में नहीं फंसती। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल सहित कई बड़े नेता कांग्रेस से निकले हैं। ऐसी शख्सियतों का कद इतना बड़ा है कि उन पर राजनीति नहीं की जा सकती।
उन्होंने बताया कि वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के सम्मान में सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा शिमला पहुंची थीं। यह दर्शाता है कि पार्टी अपने नेताओं के योगदान को कितना महत्व देती है। देश को आगे बढ़ाने वाली शख्सियतों का सम्मान जरूरी है।
रिज मैदान पर मौजूद प्रतिमाएं
शिमला के रिज मैदान पर कई राष्ट्रीय नेताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इनमें महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी शामिल हैं। डॉक्टर यशवंत सिंह परमार और वीरभद्र सिंह की प्रतिमाएं भी यहां मौजूद हैं।
लाला लाजपत राय और लेफ्टिनेंट जनरल दौलत सिंह की प्रतिमाएं भी रिज मैदान की शोभा बढ़ाती हैं। सीटीओ चौक पर लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा स्थापित है। यह सभी प्रतिमाएं ऐतिहासिक रिज मैदान के महत्व को दर्शाती हैं।
शिमला के अन्य स्थानों पर प्रतिमाएं
शिमला शहर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा चौड़ा मैदान में स्थित है। इस स्थान को अब अंबेडकर चौक के नाम से जाना जाता है। प्रदेश सचिवालय के पास राजीव गांधी की प्रतिमा लगी हुई है।
इस चौक को सद्भावना चौक के नाम से भी पहचान मिली है। शहर में विभिन्न स्थानों पर लगी ये प्रतिमाएं ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा हैं। ये शिमला की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करती हैं। सरकार इनके रखरखाव पर विशेष ध्यान देती है।
