शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

डाक विभाग: हिमाचल प्रदेश के दूरदराज इलाकों में डाकिया अब ला रहा है बैंक और सरकारी योजनाएं

Share

Himachal News: हिमाचल प्रदेश के लोगों को अब डाक विभाग की सेवाओं के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। सभी सुविधाएं अब उनके घर के दरवाजे पर पहुंच रही हैं। मुख्य पोस्टमास्टर जनरल संजय सिंह ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के जरिए पेंशनधारक अब जीवन प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। राज्य में डाक विभाग का जाल बहुत व्यापक है।

हिमाचल प्रदेश में करीब 2800 डाकघर दो लाख से ज्यादा लोगों को सेवाएं दे रहे हैं। हर 2500 लोगों या 20 किलोमीटर के दायरे में एक डाकघर मौजूद है। यह संख्या डाक विभाग की पहुंच को दर्शाती है। ग्रामीण इलाकों में इसकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। यहां लोगों के लिए डाकघर ही सेवाओं का प्रमुख केंद्र है।

डाक विभाग अब पारंपरिक भूमिका से आगे बढ़ गया है। यह अब पासपोर्ट सेवा कार्यालय के रूप में काम कर रहा है। बच्चों के लिए मुफ्त आधार पंजीयन की सुविधा भी शुरू की गई है। आम लोगों से सीधा संवाद बनाने के लिए डाक चौपाल जैसे आयोजन भी किए जा रहे हैं। इन पहलों से लोगों को काफी लाभ मिल रहा है।

यह भी पढ़ें:  मौसम अपडेट: उत्तर भारत में इस सर्दी की शुरुआत होगी देर से, IMD ने जारी किया पूर्वानुमान

ग्रामीण क्षेत्रों में माइक्रो एटीएम की सुविधा

डाक विभाग की सबसे बड़ी पहुंच ग्रामीण इलाकों में है। इसका फायदा उठाते हुए माइक्रो एटीएम सुविधा शुरू की गई है। अब डाकिया घर-घर जाकर बैंकिंग सेवाएं पहुंचा रहा है। ग्रामीण बिना बैंक गए घर बैठे ही पैसे निकाल सकते हैं। इससे उनकी समय और पैसे दोनों की बचत हो रही है। यह सेवा वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो रही है।

महिला स्वसहायता समूहों को भी डाक विभाग का सहारा मिल रहा है। विभाग इन समूहों के उत्पादों को दूसरे क्षेत्रों में भेजने का काम कर रहा है। इससे महिलाओं के उत्पादों को बाजार मिल रहा है। उनकी आय में वृद्धि हो रही है। यह पहल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहायक है।

डाक सप्ताह के दौरान हुए विभिन्न आयोजन

भारतीय डाक विभाग ने छह से दस अक्तूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाया। इस दौरान कई विशेष आयोजन किए गए। प्रौद्योगिकी दिवस, वित्तीय समावेशन दिवस और डाक टिकटों पर चर्चा हुई। ग्राहक केंद्रित सेवा दिवस, विश्व डाक दिवस और ग्राहक दिवस भी मनाया गया। इन कार्यक्रमों का मकसद लोगों को डाक सेवाओं से अवगत कराना था।

यह भी पढ़ें:  शिमला के रोहड़ू में पुलिस ने युवती समेत चार ड्रग तस्करों को दबोचा, 20.86 ग्राम चिट्टा बरामद

डाक विभाग की आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सुविधा की मांग तेजी से बढ़ रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में नकद निकासी आसान हुई है। लोग अपने घर पर ही पैसे निकाल पा रहे हैं। वृद्धावस्था पेंशन जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की राशि भी घर पर दी जा रही है। इससे बुजुर्गों को लंबी यात्रा से छुटकारा मिला है।

डाकघरों के डिजिटल परिवर्तन पर जोर

हिमाचल परिमंडल अपने सभी डाकघरों को पूरी तरह डिजिटल बना रहा है। एडवांस पोस्टल टेक्नॉलॉजी लागू की जा रही है। इससे डाक वितरण और ट्रैकिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और तेज हुई है। ग्राहक अब अपने पार्सल और स्पीड पोस्ट को रियल टाइम में ट्रैक कर सकते हैं। इससे सेवाओं में लोगों का विश्वास बढ़ा है।

डाक विभाग अब केवल पत्र वितरण तक सीमित नहीं रहा। यह बैंकिंग, बीमा और सरकारी सेवाओं का भरोसेमंद केंद्र बन गया है। यह हिमाचल प्रदेश के सबसे दूरस्थ और सुदूर इलाकों तक अपनी पहुंच बना चुका है। इस रूपांतरण ने डाक विभाग की उपयोगिता को कई गुना बढ़ा दिया है। यह डिजिटल इंडिया की सफलता की एक मिसाल है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News