शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

डेंगू का प्रकोप: बिलासपुर में 7 साल बाद फिर दी दस्तक, अब तक 16 मामलों की हुई पुष्टि

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Himachal News: बिलासपुर जिला मुख्यालय में सात साल के अंतराल के बाद डेंगू ने फिर दस्तक दी है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 16 मामलों की पुष्टि की है। वर्ष 2018 के बाद यह पहला बड़ा प्रकोप है। शहर के वार्ड नंबर एक, दो और तीन सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

वार्ड नंबर दो में एक साथ छह लोग डेंगू से संक्रमित पाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे अभियान तेज कर दिया है। टीमें घर-घर जाकर जांच कर रही हैं। मरीजों को घर पर ही उपचार दिया जा रहा है।

मौत की खबर पर स्वास्थ्य विभाग का बयान

वार्ड नंबर दो में एक व्यक्ति की मौत ने चिंता बढ़ा दी थी। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि मौत डेंगू से नहीं हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शशि दत्त शर्मा ने बताया कि मृतक में डेंगू के लक्षण नहीं थे।

हालांकि उन्होंने पुष्टि की कि मृतक का भाई डेंगू से पीड़ित है। विभाग ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। आधिकारिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने को कहा गया है।

प्रशासन ने तेज किए रोकथाम के उपाय

उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने सिविल डिस्पेंसरी का दौरा किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को घर-घर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ चालान काटने का आदेश दिया गया।

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नगर परिषद को फॉगिंग और सफाई का काम तेज करने को कहा गया। स्वास्थ्य टीमें पिछले 15 दिनों से बुखार के मरीजों का सर्वे कर रही हैं। लोगों को घरों के आसपास पानी जमा न होने देने की सलाह दी जा रही है।

डेंगू के लक्षण और बचाव के उपाय

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डेंगू के लक्षणों के बारे में बताया। तेज बुखार सबसे प्रमुख लक्षण है। सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द होता है। मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है।

उल्टी और शरीर पर लाल चकत्ते दिखाई देते हैं। बचाव के लिए पानी जमा न होने दें। कूलर और पुराने बर्तनों को साफ रखें। पूरी बाजू के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का उपयोग करें।

उपचार संबंधी महत्वपूर्ण सलाह

डॉक्टरों ने बुखार आने पर केवल पैरासिटामोल लेने की सलाह दी। एस्पिरिन या इबुप्रोफेन से बचने को कहा गया। यह दवाएं रक्तस्राव का खतरा बढ़ा सकती हैं। लक्षण दिखते ही तुरंत जांच करानी चाहिए।

स्वास्थ्य विभाग ने निगरानी तंत्र मजबूत किया है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा गया है। डेंगू की जांच की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। मरीजों का उचित इलाज किया जा रहा है।

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नगर निगम की भूमिका और जिम्मेदारी

नगर परिषद ने फॉगिंग अभियान तेज कर दिया है। शहर के विभिन्न इलाकों में कीटनाशक छिड़काव किया जा रहा है। कूड़े के ढेरों और गंदे नालों की सफाई पर जोर दिया जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर मच्छरनाशक दवाओं का छिड़काव हो रहा है।

परिषद ने लोगों से सहयोग की अपील की है। घरों के आसपास सफाई रखने को कहा गया है। खुले कंटेनरों में पानी जमा न होने देने की सलाह दी गई है। सामूहिक प्रयासों से डेंगू पर काबू पाया जा सकता है।

जनता से सहयोग की अपील

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है। बुखार आने पर स्वयं इलाज न करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। घरों और आसपास सफाई रखें। पानी के कंटेनरों को ढक कर रखें।

मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करें। कूलर का पानी नियमित बदलते रहें। टूटे हुए बर्तन और टायर न खुले में रखें। सामुदायिक सहयोग से ही डेंगू को रोका जा सकता है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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