Delhi News: राजधानी में Delhi Pollution का स्तर एक बार फिर जानलेवा हो गया है। गुरुवार सुबह शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 410 दर्ज किया गया। यह ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। प्रदूषण के चलते लागू ग्रैप-4 (GRAP-4) के बीच सरकार ने मजदूरों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने सभी पंजीकृत निर्माण मजदूरों को 5,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजी जाएगी।
मजदूरों के खातों में आएगी सीधी मदद
सरकार ने यह फैसला Delhi Pollution के कारण रुके कामकाज को देखते हुए लिया है। निर्माण कार्य बंद होने से मजदूरों की रोजी-रोटी पर संकट आ गया था। अब तक 90 हजार से अधिक मजदूरों ने पंजीकरण करवा लिया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जब तक ग्रैप-4 लागू रहेगा, मजदूरों को मदद मिलती रहेगी। पैसा ट्रांसफर करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इससे हजारों परिवारों को कड़कती ठंड में राहत मिलेगी।
दिल्ली में लॉकडाउन जैसी सख्ती लागू
प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। शहर में निर्माण, तोड़फोड़ और खनन गतिविधियों पर पूरी तरह रोक है। बीएस-3 (BS-3) पेट्रोल और बीएस-4 (BS-4) डीजल वाहन चलाने वालों पर 20,000 रुपये का भारी जुर्माना लग रहा है। बाहरी ट्रक और बसों की एंट्री बैन है। केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति है। स्कूल-कॉलेज ऑनलाइन मोड में चल रहे हैं। सरकारी दफ्तरों में भी सिर्फ 50% कर्मचारी काम कर रहे हैं।
कब मिलेगी जहरीली हवा से राहत?
मौसम विभाग ने Delhi Pollution से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जताई है। अनुमान है कि 20-21 दिसंबर तक हवा की गति बढ़ सकती है। इससे प्रदूषण के कण बिखर सकते हैं। हालांकि, अभी खतरा टला नहीं है। प्रशासन ने लोगों को मास्क पहनने और घर से कम निकलने की सलाह दी है। स्थिति नहीं सुधरी तो नियम और सख्त किए जा सकते हैं।