Delhi NCR News: राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली प्रदूषण का स्तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है। बिगड़ते हालात और बढ़ते एक्यूआई (AQI) को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-4 (GRAP-4) की सख्त पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने यह फैसला लिया है। इस बीच, आम आदमी पार्टी ने मौजूदा सरकार पर तीखा हमला बोला है।
ग्रैप-4 लागू, जानें क्या बदला?
प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए ग्रैप-4 के तहत कड़े कदम उठाए जाते हैं। दिल्ली में आवश्यक वस्तुओं वाले ट्रकों को छोड़कर अन्य ट्रकों की एंट्री पर रोक लग सकती है। इसके अलावा निर्माण कार्यों पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहता है। सीएक्यूएम ने साफ किया है कि दिल्ली प्रदूषण को रोकने के लिए स्टेज-IV के सभी एक्शन तुरंत प्रभाव से लागू होंगे। इसका असर आम जनजीवन और यातायात पर पड़ सकता है।
सौरभ भारद्वाज ने सीएम को घेरा
ग्रैप-4 लागू होते ही राजनीति गरमा गई है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार करीब एक साल से सत्ता में है। देश में कहीं पराली नहीं जली है, फिर भी दिल्ली प्रदूषण के कारण कमरों में भी धुंध है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें एक्यूआई की सही जानकारी नहीं है।
विशेषज्ञों को आगे आने की सलाह
भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री को पीछे हट जाना चाहिए। अब विशेषज्ञों को कमान संभालनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि अगले चार साल तक जनता मुख्यमंत्री से क्या उम्मीद करेगी? उनका मानना है कि सरकार स्थिति को संभालने में विफल रही है।
यह समाधान नहीं है: पर्यावरणविद्
पर्यावरणविद् भावरीन कंधारी ने भी ग्रैप-4 पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे केवल एक ‘प्रतिक्रियात्मक उपाय’ बताया है। कंधारी ने कहा कि दिल्ली प्रदूषण के भयावह आंकड़े दिखने के बाद ही ग्रैप लागू होता है। यह नीति निर्माताओं के पुराने फैसलों का नतीजा है। यह समस्या रातोंरात पैदा नहीं हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि एक्यूआई गिरते ही ग्रैप हटा लिया जाएगा, जो इसका स्थाई समाधान नहीं है।
