Delhi News: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़े साइबर अपराध सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह एसबीआई क्रेडिट कार्ड धारकों को निशाना बनाकर 2.6 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है।
कैसे काम करता था गिरोह?
गिरोह के सदस्य खुद को एसबीआई ग्राहक सेवा अधिकारी बताकर पीड़ितों से फोन पर ओटीपी और CVV डिटेल्स हासिल करते थे। यह डाटा गुरुग्राम स्थित एक कॉल सेंटर के अंदरूनी सूत्रों से मिलता था, जहां कर्मचारी ग्राहकों का गोपनीय विवरण चोरी कर रहे थे।
गिरफ्तारियां और बरामदगी
- जयपुर, मथुरा, गुरुग्राम, ककरोला और उत्तम नगर में छापेमारी
- 52 मोबाइल फोन और कई सिम कार्ड बरामद
- मुख्य आरोपी अंकित राठी, वसीम और विशाल भारद्वाज गिरफ्तार
ठगी की विधि
चुराए गए क्रेडिट कार्ड डिटेल्स का इस्तेमाल ईजमाईट्रिप और वूहू जैसे प्लेटफॉर्म पर गिफ्ट कार्ड खरीदने में किया जाता था। इन गिफ्ट कार्ड्स को बाद में ट्रैवल एजेंटों को बेचकर नकद या क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया जाता था।
दिल्ली पुलिस के उपायुक्त विनित कुमार ने बताया कि यह एक अत्यधिक संगठित साइबर अपराध नेटवर्क था, जो पूरे देश में सक्रिय था। छह महीने तक चली जांच के बाद पूरे गिरोह को धर दबोचा गया है।
साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है और पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की तलाश कर रही है। यह मामला बैंक ग्राहकों की गोपनीय जानकारी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
