New Delhi News: दिल्ली में प्रदूषण नियमों की अनदेखी करने वालों पर सरकार का डंडा चला है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि इस साल सात करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। यह कार्रवाई निर्माण स्थलों पर धूल उड़ाने वालों पर हुई है। दिल्ली न्यूज पर नजर रखने वालों के लिए यह जानना जरूरी है कि नियमों का पालन न करने पर सख्त एक्शन लिया जा रहा है। कुल 48 निर्माण इकाइयों को बंद करने का आदेश भी दिया गया है।
1750 स्थलों की हुई जांच
मंत्री सिरसा ने बताया कि सरकार ने कुल 1,750 निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया है। इसमें से 556 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं, 48 इकाइयों को नियमों के उल्लंघन पर बंद करा दिया गया। पिछले दो दिनों में प्रदूषण नियंत्रण समिति ने 230 सड़कों और कूड़ाघरों की जांच की। नगर निगम ने 110 और लोक निर्माण विभाग ने 36 जगहों पर छापेमारी की। इन निरीक्षणों के बाद करीब एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
बिना PUC वालों के कटे 8 लाख चालान
वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर भी सरकार सख्त है। इस साल बिना प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) वाले वाहनों के 7.97 लाख चालान काटे गए। यह दिल्ली न्यूज का बड़ा अपडेट है, क्योंकि 2024 में यह संख्या केवल 4.33 लाख थी। इसके अलावा सड़कों को धूल मुक्त बनाने के लिए गड्ढों की मरम्मत की गई। इस साल कुल 42,017 गड्ढों को भरा गया है। पिछले साल यह आंकड़ा 18,000 था।
इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में उछाल
राजधानी में लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा अपना रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 15 नवंबर तक दिल्ली में पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या 4.54 लाख हो गई है। यह संख्या 31 दिसंबर 2024 तक 3.46 लाख थी। मेट्रो और डीडीए जैसी संस्थाएं भी प्रदूषण कम करने में सहयोग कर रही हैं। मेट्रो ने हाल ही में 8 और डीडीए ने 32 निरीक्षण अभियान चलाए हैं।
