Delhi News: दिल्ली के रोहिणी इलाके में रिठाला मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार रात भीषण आग लग गई। यह आग झुग्गी बस्ती में करीब दस बजकर छप्पन मिनट पर लगी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग की चपेट में चार सौ से पांच सौ झुग्गियां आ गईं। दिल्ली दमकल विभाग ने बताया कि आग पांच एकड़ क्षेत्र में फैल गई थी।
दमकल की बड़ी कार्रवाई
आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। शुरुआत में दो वॉटर टेंडर और तीन वॉटर बॉजर मौके पर पहुंचे। बेकाबू आग को देखते हुए मध्यम अलर्ट जारी किया गया। असिस्टेंट डायरेक्टर ए के शर्मा के नेतृत्व में चौबीस से पच्चीस गाड़ियां तैनात की गईं। सात वॉटर टेंडर और बारह वॉटर बॉजर लगाए गए।
रातभर चला ऑपरेशन
दमकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रातभर मौके पर मौजूद रहे। डीसीएफओ एस के दुआ ने ऑपरेशन की कमान संभाली। टीम ने दो फोम टेंडर और एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया। एक इंटरनल रेस्क्यू टेंडर और दो मल्टी-पर्पस वाहन भी तैनात किए गए। दो मिनी रोबोट और एक बड़ा रोबोट भी इस्तेमाल हुआ।
सुबह तक काबू पाया गया
रातभर चले ऑपरेशन के बाद शनिवार सुबह पांच बजे आग पर काबू पा लिया गया। बचाव कार्यों में पुलिस और दिल्ली जल बोर्ड ने मदद की। कैट्स एम्बुलेंस और अन्य एजेंसियां भी मौके पर तैनात रहीं। आग बुझाने के दौरान कुछ दमकल कर्मी घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए भेजा गया।
एक की मौत, एक घायल
इस हादसे में तीस वर्षीय मुन्ना नामक व्यक्ति की मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति राजेश गंभीर रूप से झुलस गया। उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टर उसके इलाज में जुटे हैं। पुलिस मृतक के परिवार से संपर्क में है।
प्लास्टिक कबाड़ ने बढ़ाई आग
आग तेजी से फैलने का मुख्य कारण प्लास्टिक कबाड़ बताया जा रहा है। इलाके में प्लास्टिक कबाड़ का धंधा चल रहा था। यह कबाड़ आग में घी का काम किया। फायर टीम ने बताया कि प्लास्टिक के कारण आग तेजी से फैली। यह झुग्गियां पहले भी आग की चपेट में आ चुकी हैं।
लोगों में मची अफरातफरी
झुग्गीवासियों ने बताया कि वे रात को सो रहे थे। अचानक आग की लपटें दिखाई दीं। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। सब कुछ जलकर राख हो गया। बच्चे और महिलाएं सड़क पर सोने को मजबूर हो गए। लोगों ने अपना सब कुछ खो दिया।
डीसीपी रोहिणी ने बताया कि आग के कारणों की जांच चल रही है। शॉर्ट सर्किट या कबाड़ से चिंगारी का शक जताया जा रहा है। दो सौ से तीन सौ लोग बेघर हो गए हैं। प्रशासन ने उनके लिए खाने-पीने और अस्थायी शेल्टर की व्यवस्था की है।
