शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

दिल्ली ब्लास्ट: लाल किले के पास आत्मघाती हमला, फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े तार; जानें अब तक क्या-क्या हुआ

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Delhi News: लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुआ कार विस्फोट आत्मघाती आतंकी हमला साबित हुआ है। इस भीषण घटना में आठ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि बीस लोग घायल हैं। जांच एजेंसियों ने पुष्टि की कि कार में विस्फोटक लगाया गया था और जानबूझकर धमाका किया गया। मृतकों में संदिग्ध आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद भी शामिल हो सकता है।

पुलिस घटनास्थल से बरामद शव का डीएनए टेस्ट करवा रही है। इससे यह पुष्टि हो सकेगी कि कार में सवार व्यक्ति डॉक्टर उमर मोहम्मद ही था या नहीं। खुफिया एजेंसियों को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है जिसमें एक शख्स काले रंग का मास्क पहने दिख रहा है। यह फुटेज महत्वपूर्ण सुराग माना जा रहा है।

फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ाव

जांच में सामने आया है कि दिल्ली ब्लास्ट के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं। फरीदाबाद में भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद होने के बाद दिल्ली पुलिस डॉक्टर उमर मोहम्मद की तलाश कर रही थी। यह आतंकी फरीदाबाद मॉड्यूल का सदस्य था और फरार चल रहा था।

सुरक्षा सूत्रों के अनुसार धमाके के वक्त आतंकी उमर मोहम्मद कार में मौजूद था। उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ हमले की योजना बनाई थी। जब फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में गिरफ्तारियां शुरू हुईं तो उसे पकड़े जाने का डर सताने लगा। इसी दहशत में उसने आतंकी हमला करने का फैसला किया।

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हुंडई I-20 कार का रहस्यमय सफर

विस्फोट में इस्तेमाल हुए हुंडई I-20 कार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने इस कार के रूट की सीसीटीवी मैपिंग की है। कार सबसे पहले बदरपुर बॉर्डर पर दिखाई दी थी। बदरपुर से दिल्ली प्रवेश करने के बाद यह कार लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के पास पहुंची।

कार का मालिक मोहम्मद सलमान नाम का व्यक्ति था। उसने यह कार नदीम को बेची थी। नदीम ने इसे फरीदाबाद के रॉयल कार जोन को बेचा। इसके बाद तारिक ने इस कार को खरीदा और फिर उमर ने इसे अधिग्रहित किया। कार हरियाणा के गुरुग्राम नॉर्थ आरटीओ में रजिस्टर्ड थी।

पुलवामा कनेक्शन और गिरफ्तारियां

तारिक को पुलिस ने पुलवामा के संबूरा इलाके से हिरासत में लिया है। हालांकि कार की आरसी तारिक के नाम नहीं है। सूत्रों के अनुसार सन 2015 में तारिक ने कार उमर को दे दी थी। पुलिस ने तारिक और अन्य संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। यह कार कई हाथों से गुजर चुकी थी।

दिल्ली पुलिस ने बताया कि विस्फोट वाली कार में तीन लोग सवार थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घायलों के शरीर में कोई छर्रा या पंचर नहीं मिला है। यह बात विस्फोट में असामान्य मानी जा रही है। पुलिस सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है।

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यूएपीए के तहत दर्ज हुई प्राथमिकी

दिल्ली पुलिस ने इस ब्लास्ट में यूएपीए की धारा 16 और 18 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। यह धाराएं आतंकवादी कृत्यों और उनके दंड से संबंधित हैं। विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और 4 भी मामले में जोड़ी गई हैं। इसके अलावा हत्या और हत्या के प्रयास की धाराएं भी शामिल की गई हैं।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद जैसे प्रतिबंधित संगठनों के सदस्य शामिल थे। इस मामले में पुलिस ने फरीदाबाद के डॉक्टर मुजम्मिल अहमद गनई और पुलवामा के डॉक्टर आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया है। लखनऊ की डॉक्टर शाहीन शाहिद भी हिरासत में है।

बरामद हुआ था भारी मात्रा में विस्फोटक

पुलिस ने इस आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ कार्रवाई में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। करीब 2900 किलो विस्फोटक सामग्री और हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था। यह सामग्री आईईडी बनाने के लिए इस्तेमाल की जा सकती थी। इस बड़े भंडार ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं बढ़ा दी थीं।

जांच अधिकारी इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि क्या यह हमला पहले से योजनाबद्ध था या गिरफ्तारियों के बाद की गई मजबूर कार्रवाई। सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली और आसपास के इलाकों में सतर्कता बनाए हुए हैं। और गिरफ्तारियों की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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