Delhi News: लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण कार विस्फोट में नौ लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। कई घायलों को तुरंत एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह आतंकी हमला था या कोई अन्य घटना।
इस घटना से ठीक एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। यह मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवा-उल-हिंद से जुड़ा बताया जा रहा है। सुरक्षा सूत्रों का मानना है कि लाल किले के पास हुए धमाके के तार इन्हीं आतंकियों से जुड़ सकते हैं।
आतंकी मॉड्यूल से बरामद हुआ भारी मात्रा में विस्फोटक
पुलिस ने संदिग्धों के पास से जो सामान बरामद किया है वह चौंकाने वाला है। बरामदगी में एक चीनी स्टार पिस्टल, बेरेटा पिस्टल, एके-56 राइफल और एके क्रिंकोव राइफल शामिल हैं। इसके अलावा लगभग 2900 किलोग्राम आईईडी बनाने की सामग्री भी मिली है। यह सामग्री विस्फोटकों, रसायनों और ज्वलनशील पदार्थों से भरी हुई है।
बरामद सामग्री में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, बैटरी, तार, रिमोट कंट्रोल और टाइमर भी शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह किसी शौकिया प्रयास नहीं बल्कि पेशेवर तरीके से विस्फोटक तैयार करने की क्षमता को दर्शाता है। इस पूरे मामले ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन
फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई हरियाणा पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान का हिस्सा थी। इस दौरान आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 360 किलोग्राम ज्वलनशील पदार्थ बरामद हुआ है।
प्रारंभिक जांच में यह पदार्थ अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत हो रहा है। पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यह आरडीएक्स नहीं है। इस गिरफ्तारी ने आतंकी नेटवर्क के एक बड़े हिस्से का पर्दाफाश किया है। जांच अधिकारी इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रहे हैं।
अनंतनाग मेडिकल कॉलेज से मिली एके-47 राइफल
अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर आदिल राठर के निजी लॉकर से एक एके-47 राइफल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। इस खोज ने आतंकवाद के नए तरीकों को उजागर किया है। डॉक्टर आदिल और उनके एक सहयोगी डॉक्टर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
घाटी में पिछले कई वर्षों में इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद होने का यह पहला मामला है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इससे एक बड़े आतंकी हमले को रोका जा सका है। जांच अधिकारी इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि यह सामग्री कहां से आई और इसका इस्तेमाल कहां किया जाना था।
दिल्ली में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद दिल्ली में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। महत्वपूर्ण इमारतों और सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है। मेट्रो स्टेशनों और बस स्टैंडों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने का आग्रह किया है। सुरक्षा एजेंसियां शहर में होने वाली हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं। विस्फोट की विस्तृत जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए गए हैं।
जांच एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई जारी
एनआईए, दिल्ली पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियां मिलकर इस मामले की जांच कर रही हैं। घटनास्थल से बरामद सबूतों का विस्तृत विश्लेषण किया जा रहा है। विस्फोट में इस्तेमाल हुए विस्फोटक की प्रकृति का पता लगाया जा रहा है।
जांच अधिकारी इस बात की भी पड़ताल कर रहे हैं कि विस्फोटक सामग्री दिल्ली कैसे पहुंची। सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण और तकनीकी जांच तेजी से चल रही है। आतंकी संगठनों की संलिप्तता का पता लगाने के लिए खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं।
