Delhi News: लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार धमाके की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में गिरफ्तारियों से घबराकर डॉ. उमर मोहम्मद ने हड़बड़ाहट में यह हमला किया। इस आतंकी हमले में नौ लोगों की मौत हो चुकी है और बीस लोग घायल हैं। पुलिस कार में मिले शव का डीएनए टेस्ट करवा रही है।
सीसीटीवी फुटेज में डॉ. उमर मोहम्मद को काले मास्क के साथ सफेद हुंडई आई20 कार में देखा जा सकता है। जांच एजेंसियों को शक है कि वह कार में अकेला था और उसने आत्मघाती हमला किया। फरीदाबाद में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद होने के बाद एजेंसियां उसकी तलाश कर रही थीं।
कार का रहस्यमय सफर
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कार के रूट की सीसीटीवी मैपिंग की है। कार सबसे पहले बदरपुर बॉर्डर पर दिखाई दी थी। इसके बाद यह लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में तीन घंटे तक खड़ी रही। कार दोपहर तीन बजकर उन्नीस मिनट पर पार्किंग में दाखिल हुई और शाम छह बजकर अड़तालीस मिनट पर बाहर निकली। सात मिनट बाद ही विस्फोट हो गया।
पुलिस ने सौ से अधिक सीसीटीवी क्लिप्स की जांच की है। आसपास के टोल प्लाजा के फुटेज भी जांचे जा रहे हैं। इससे कार की पूरी movement का पता लगाया जा रहा है। जांच अधिकारी दरियागंज रूट से गुजरने वाली गाड़ियों की भी जांच कर रहे हैं।
कार के मालिकों का जाल
विस्फोट में इस्तेमाल हुंडई आई20 कार का इतिहास काफी पेचीदा है। कार मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड थी। उसने इसे नदीम को बेचा था। नदीम ने यह कार फरीदाबाद के रॉयल कार जोन को बेच दी। इसके बाद तारिक ने इसे खरीदा और फिर उमर को बेच दिया। कार गुरुग्राम नॉर्थ आरटीओ में रजिस्टर्ड थी।
पुलिस ने तारिक को पुलवामा के संबूरा से हिरासत में लिया है। सूत्र बताते हैं कि दो हजार पंद्रह में तारिक ने कार उमर को दे दी थी। इस डील में आमिर नाम के व्यक्ति का नाम भी सामने आया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
कानूनी कार्रवाई और जांच
दिल्ली पुलिस ने यूएपीए की धारा सोलह और अठारह के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा तीन और चार भी जोड़ी गई हैं। हत्या और हत्या के प्रयास की धाराएं भी शामिल की गई हैं। पुलिस की स्पेशल सेल ने फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर पुलिस से विस्फोटकों की जानकारी मांगी है।
शुरुआती जांच में लाल किला ब्लास्ट में अमोनियम नाइट्रेट के सबूत मिले हैं। इसकी पुष्टि एफएसएल रिपोर्ट के बाद होगी। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने वाले घंटों में सामने आ सकती है। जांच अधिकारी हर कोण से मामले की जांच कर रहे हैं।
फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल कनेक्शन
जांच में सामने आया है कि लाल किला ब्लास्ट के तार फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़े हैं। इस मॉड्यूल में जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद जैसे संगठनों के सदस्य शामिल थे। पुलिस ने फरीदाबाद में डॉक्टर मुजम्मिल अहमद गनई और डॉक्टर आदिल अहमद राथर को गिरफ्तार किया है।
लखनऊ की डॉक्टर शाहीन शाहिद भी इस मामले में हिरासत में है। फरीदाबाद में दो हज़ार नौ सौ किलो विस्फोटक बरामद हुए थे। हथियारों का बड़ा जखीरा भी मिला था। सात आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
