Delhi News: दिल्ली में हुए कार धमाके के बाद केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक बुधवार को होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में दिल्ली विस्फोट की जांच की स्थिति पर चर्चा होगी।
आगे की रणनीति पर भी निर्णय लिया जाएगा। प्रधानमंत्री फिलहाल भूटान दौरे से लौटे हैं। ऑपरेशन सिंदूर और प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद यह पहली बैठक होगी। सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली धमाके के तार आतंकी संगठनों से जोड़ रही हैं।
ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 की चर्चा
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 की संभावना पर चर्चा हो सकती है। सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। आतंकी साजिश के मामले में भारत मुंहतोड़ जवाब दे सकता है।
सरकार ने आतंक के कृत्य को युद्ध की कार्रवाई मानने की नीति बनाई है। इसलिए भारत के पाक स्थित आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है। पिछले महीने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी सीसीएस की बैठक हुई थी।
पाकिस्तान में मचा हड़कंप
पाकिस्तान में भारत की संभावित कार्रवाई को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि उनका देश युद्ध की स्थिति में है। हालांकि उनका यह बयान इस्लामाबाद कोर्ट परिसर में हुए धमाके के संदर्भ में आया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद धमाके के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान भारत की संभावित कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की चिंता दर्शाता है।
भारत ने खारिज किए आरोप
भारत सरकार ने पाकिस्तान के आरोपों को निराधार बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि भारत का पाकिस्तान में किसी आतंकी हमले से कोई संबंध नहीं है।
जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान अपनी आंतरिक समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए झूठे आख्यान गढ़ रहा है। भारत ने स्पष्ट किया कि वह पाकिस्तान द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करता है।
दिल्ली धमाके की जांच जारी
दिल्ली धमाके की जांच सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी है। अभी तक फिदायीन हमले की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि दो पाकिस्तानी आतंकी मॉड्यूल से संबंध होने के संकेत मिले हैं। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े शाहीन मॉड्यूल का तार जांच में सामने आ रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों ने धमाके में इस्तेमाल विस्फोटकों का विश्लेषण किया है। विस्फोटकों की प्रकृति और उनके इस्तेमाल के तरीके से आतंकी हमले की पुष्टि होती है। जांच एजेंसियां संदिग्धों की पहचान करने में जुटी हुई हैं।
