Delhi News: दिल्ली पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक की तीस हजारी कोर्ट परिसर में हार्टअटैक से मौत हो गई। यह घटना सोमवार सुबह करीब नौ बजकर बाईस मिनट पर घटी। एएसआई सुरक्षा विंग में तैनात थे और ड्यूटी पर ही थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक को मौत का कारण बताया गया है। घटना का पूरा वीडियो सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस विभाग ने इस घटना पर दुख जताया है।
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना
वायरल हो रहे वीडियो में एएसआई को हंसते-खेलते कोर्ट परिसर में आते देखा जा सकता है। उनके कंधे पर बैग लटका हुआ है। वे अपने एक साथी से हाथ मिलाते हैं। इसके बाद वे एस्केलेटर की ओर बढ़ते हैं। अचानक वे रुक जाते हैं और जमीन पर गिर पड़ते हैं।
आसपास मौजूद अन्य पुलिसकर्मी तुरंत उनकी मदद के लिए दौड़ पड़े। उन्हें उठाकर तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पूरी घटना मात्र कुछ सेकंड में घटित हुई।
तत्काल प्रतिक्रिया और अस्पताल पहुंचाना
साथी पुलिसकर्मियों ने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई। उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने जीवनरक्षक उपाय किए लेकिन सफलता नहीं मिली। मेडिकल रिपोर्ट में दिल का दौरा पड़ना मौत का कारण बताया गया।
पुलिस विभाग ने परिवार को तुरंत सूचना दी। मृतक एएसआई के परिवार वाले मौके पर पहुंचे। पुलिस प्रशासन ने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इस घटना से पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई।
लोगों की प्रतिक्रिया और चिंता
वायरल वीडियो को देखकर लोग सदमे में हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने दुख जताया है। कई लोगों ने पुलिसकर्मियों के काम के दबाव पर चिंता जताई है। लोगों ने तनाव प्रबंधन और स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता पर जोर दिया है।
यह घटना नौकरी के दौरान स्वास्थ्य समस्याओं की गंभीरता को उजागर करती है। विशेष रूप से पुलिस जैसे उच्च दबाव वाले पेशे में स्वास्थ्य जांच बहुत जरूरी है। लोगों ने नियमित स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता पर बल दिया है।
पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया
पुलिस प्रशासन ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है। मृतक एएसआई के परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की गई है। पुलिस विभाग ने कर्मचारियों की नियमित स्वास्थ्य जांच की समीक्षा का फैसला किया है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार किया जा रहा है।
पुलिस कर्मियों के काम के घंटे और तनाव प्रबंधन पर नए सिरे से विचार हो रहा है। विभाग ने सभी कर्मचारियों को नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी है। भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
