Delhi News: दिसंबर का महीना आगे बढ़ने के साथ ही उत्तर और पूर्वी भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने कई राज्यों में शीत लहर और घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। हालांकि दिन में धूप ने राहत दी है, परंतु कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। पहाड़ी राज्यों से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक कश्मीर, हिमाचल, झारखंड, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है। इनमें से कई राज्यों में पारा 0 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। झारखंड, पंजाब, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों के लिए शीत लहर का अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है।
पूर्वी भारत में घने कोहरे की संभावना
देश केपूर्वी राज्यों में घने कोहरे की स्थिति बनने जा रही है। पांच से नौ दिसंबर के बीच असम और मेघालय में यह स्थिति रहेगी। इसी दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई इलाकों में भी सुबह के समय घना कोहरा छाएगा। पांच से सात दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश और पांच व छह दिसंबर को ओडिशा में भी घने कोहरे की आशंका है।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इस मौसमी घटना के कारण इन पहाड़ी राज्यों में ठंड का प्रभाव और बढ़ेगा। तापमान में अतिरिक्त गिरावट दर्ज की जा सकती है। पहाड़ों से उतरने वाली ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों तक पहुंचेंगी।
हिमाचल में शून्य से नीचे पहुंचा तापमान
हिमाचल प्रदेश केकई स्थानों पर न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से भी कम रहा। ताबो में तापमान शून्य से 7.4 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। कुकुमसेरी में यह शून्य से चार डिग्री नीचे और समदो में शून्य से 3.9 डिग्री नीचे रहा। कल्पा में तापमान शून्य से 0.6 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। मनाली और सोलन में यह 2.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
धर्मशाला में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस देखा गया। राज्य की राजधानी शिमला में पारा 6.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। भाखड़ा डैम क्षेत्र और आसपास के इलाकों के लिए शुक्रवार और शनिवार को घने कोहरे का पीला अलर्ट जारी किया गया है। इन हालात में दृश्यता कम होने और यातायात प्रभावित होने की आशंका है।
सप्ताहांत में मौसम के बदलने की उम्मीद
मौसम विभाग केपूर्वानुमान के अनुसार इन राज्यों में शनिवार को मौसम साफ रहने का अनुमान है। इससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि सात दिसंबर यानी रविवार को फिर से बारिश और बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गई है। इसके चलते ठंड की तीव्रता फिर से बढ़ सकती है।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने से सड़कों और यातायात पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। सर्दियों के मौसम में ऐसी स्थितियां आम हैं। स्थानीय प्रशासन ने ऐहतियाती उपाय शुरू कर दिए हैं। पर्यटकों और निवासियों को मौसम अपडेट पर नजर रखने की सलाह दी जा रही है।
ठंड के मौसम में स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां
तेज ठंड और शीत लहर कासेहत पर सीधा असर पड़ता है। विशेषज्ञ बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। गर्म कपड़े पहनने और शरीर को ढककर रखने की आवश्यकता है। शीत लहर के दौरान बाहर निकलने से जहां तक संभव हो बचना चाहिए।
सर्दियों में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है जो स्वास्थ्य के लिए चुनौती पैदा कर सकता है। घने कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। ड्राइवरों को गाड़ी चलाते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। कोहरे में हेडलाइट का प्रयोग और धीमी गति से वाहन चलाना सुरक्षित है।
मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और नए अपडेट जारी कर रहा है। कृषि क्षेत्र पर ठंड के प्रभाव का आकलन किया जा रहा है। किसानों को फसलों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए उपाय सुझाए गए हैं। ठंड का यह सिलसिला जनवरी तक जारी रह सकता है।
