खैरा थाना क्षेत्र के दक्षिणी इलाके से बुधवार देर रात पुलिस ने एसएसबी जवानों के सहयोग से कुख्यात दया रविदास को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से हथियार बरामदगी की भी सूचना है। यद्यपि, पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
बताया जाता है कि खैरा पुलिस को गरही डैम के आसपास अपराधी दया रविदास के होने की गुप्त सूचना मिली। वह अपने गिरोह के अन्य साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था। सूचना के बाद पुलिस ने एसएसबी जवानों के सहयोग से उक्त जगह पर छापेमारी की। पुलिस को देख अन्य अपराधी फरार हो गए, लेकिन दया रविदास पकड़ा गया। खैरा थाना में पुलिस उससे कड़ाई से पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में उसने किऊल नदी के हरणी-खलारी तथा चंद्रशैली घाट पर हो रहे पुल निर्माण स्थल पर रंगदारी को लेकर मजदूरों के साथ मारपीट, गोलीबारी व बमबाजी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इन घटनाओं में शामिल अन्य अपराधियों के बारे में भी दया ने पुलिस को जानकारी दी है। इसके आधार पर पुलिस अपराधियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। दया रविदास का आपराधिक इतिहास रहा है।
कई संगीन मामलों में वह पहले भी जेल की हवा खा चुका है। पिछले साल भी सीआरपीएफ ने उसे बिहार-झारखंड सीमा स्थित बरमसिया मोड़ के समीप से आधा दर्जन साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। जेल से निकलने के बाद दया फिर नया गिरोह बनाकर खैरा के इलाके में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
ज्ञात हो कि हाल के दिनों में जमुई में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है। इसको लेकर पुलिस ने लगातार छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। इससे अपराधियों में खौफ है।