Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में दलित उत्पीड़न के तीन गंभीर मामले सामने आए हैं। भिंड जिले में एक दलित व्यक्ति को जबरदस्ती पेशाब पिलाने का आरोप लगा है। कटनी में एक दलित किसान के साथ मारपीट और अपमानजनक व्यवहार की घटना हुई। दमोह में एक व्यक्ति को जबरन पैर धोकर पानी पीने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने सभी मामलों में कार्रवाई शुरू कर दी है।
भिंड जिले के 33 वर्षीय ज्ञानसिंह जाटव ने बताया कि उन्हें बंदूक की नोक पर अगवा किया गया। उनके साथ मारपीट की गई और जबरदस्ती पेशाब पिलाई गई। पीड़ित का कहना है कि यह घटना उनके दलित समुदाय से होने के कारण हुई। वह दो बच्चों के पिता हैं और पेशे से ड्राइवर हैं।
भिंड पुलिस ने की गिरफ्तारी
भिंड पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सोनू बरुआ, आलोक शर्मा और छोटू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों पर मारपीट, अपहरण और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। पीड़ित को भिंड जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ज्ञानसिंह के मुताबिक उन्हें ड्राइवर की नौकरी से इनकार करने पर यह सजा मिली। उन्होंने बताया कि आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। इसलिए उन्होंने उनके लिए काम करने से मना कर दिया था। इसके बाद आरोपियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
कटनी में दलित किसान के साथ हिंसा
कटनी जिले में 36 वर्षीय दलित किसान राजकुमार चौधरी के साथ हिंसा की घटना हुई। उन्होंने अवैध खनन का विरोध किया था। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें बुरी तरह पीटा। उन पर मुंह पर पेशाब करने का भी आरोप लगा है।
राजकुमार ने बताया कि घटना 13 अक्टूबर की शाम हुई। उनकी मां ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी घसीटा गया। उन्हें जातिसूचक गालियां दी गईं। पुलिस ने इस मामले में क्रॉस एफआईआर दर्ज की है।
दमोह में पैर धोकर पानी पिलाने की घटना
दमोह जिले के सतरिया गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। ओबीसी समुदाय के पुरुषोत्तम कुशवाहा को ब्राह्मण युवक के पैर धोकर पानी पीने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
पुलिस ने अनुज पांडे समेत कई आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों का कहना है कि पुरुषोत्तम ने स्वेच्छा से यह कार्य किया। दोनों पक्षों के बीच पहले से विवाद चल रहा था।
पीड़ित परिवारों पर पड़ रहा है प्रभाव
ज्ञानसिंह की पत्नी पिंकी जाटव ने बताया कि घटना ने परिवार का जीवन कठिन बना दिया है। उनके बच्चों को भी समाज में अपमान का सामना करना पड़ रहा है। पूरा गांव उन्हें अलग नजरिये से देख रहा है।
कटनी के राजकुमार चौधरी का परिवार भी सदमे में है। उन्हें न्याय की उम्मीद है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले की जांच जारी है।
पुलिस जांच में जुटी
भिंड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक ने बताया कि तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उन्हें जेल भेज दिया गया है। साक्ष्य जुटाने का काम तेजी से चल रहा है। पीड़ित को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
कटनी पुलिस अधीक्षक अभिनव विश्वकर्मा ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। पीड़ित की शिकायत पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
राज्य में बढ़ रहे हैं दलित उत्पीड़न के मामले
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े चिंताजनक तस्वीर पेश करते हैं। मध्य प्रदेश दलित उत्पीड़न के मामलों में लगातार अग्रणी राज्यों में शामिल रहा है। राज्य सरकार ने इन मामलों में कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पिछले साल सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के साथ ऐसी ही घटना हुई थी। उस मामले में आरोपी भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार किया गया था। वह मामला अभी भी न्यायालय में लंबित है।
