Uttar Pradesh News: रामनगर थाना क्षेत्र के एक गांव में दलित दंपति पर दो युवकों ने भीषण हमला किया। पीड़िता के अनुसार हमलावरों ने उन्हें भद्दी गालियां दीं और मारपीट की। उन्होंने छेड़खानी भी की। जब आसपास लोग जमा हुए तो हमलावर जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। पीड़ित दंपति ने शनिवार को समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई।
पीड़िता ने बताया कि घटना शुक्रवार रात करीब नौ बजे की है। वह अपने घर में खाना बना रही थीं। तभी गांव के ही दो युवक वहां पहुंचे। उन्होंने पहले भद्दी गालियां देनी शुरू कीं। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो स्थिति बिगड़ गई। हमलावरों ने उनके पति समेत दोनों पर धावा बोल दिया।
मारपीट से लहूलुहान हुए पीड़ित
हमलावरों ने दंपति को इतनी बुरी तरह पीटा कि वे लहूलुहान हो गए। पीड़िता ने छेड़खानी के भी गंभीर आरोप लगाए। मारपीट के दौरान हुई आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। भीड़ जमा होते देख हमलावर डर गए। उन्होंने पीड़ितों को जान से मारने की धमकी दी और वहां से भाग निकले।
पीड़ित दंपति ने तुरंत थाने में तहरीर दी। लेकिन पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। इसके बाद उन्होंने समाधान दिवस में शिकायत की। पीड़ितों ने न्याय की उम्मीद में प्रशासन का रुख किया। मामला गांव में तहलका मचा हुआ है।
पुलिस ने अभी तक नहीं दर्ज किया मुकदमा
पीड़ित दंपति के अनुसार उन्होंने घटना के तुरंत बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर फिर से मामला उठाया। पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद है।
स्थानीय लोग इस घटना से स्तब्ध हैं। उनका कहना है कि गांव में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। दलित परिवारों के साथ ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस की लापरवाही से लोगों में रोष है। सभी की नजर अब पुलिस की कार्रवाई पर टिकी है।
समाधान दिवस में की गुहार
पीड़ित दंपति ने शनिवार को आयोजित समाधान दिवस में अपनी समस्या रखी। उन्होंने अधिकारियों के सामने पूरा मामला रखा। उन्होंने त्वरित न्याय और सुरक्षा की मांग की। प्रशासन ने उनकी शिकायत सुनी और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
मामले में पुलिस का रुख साफ नहीं है। थाना प्रभारी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामला देख रहे हैं। जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि पीड़ित परिवार को अभी तक कोई राहत नहीं मिली है। वे डर के साये में जी रहे हैं।
गांव में माहौल तनावपूर्ण
इस घटना के बाद गांव का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। दलित समुदाय के लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में पुलिस त्वरित कार्रवाई नहीं करती। इससे अपराधियों का हौसला बढ़ता है।
स्थानीय नेताओं ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया है। उन्होंने पुलिस से मामले की त्वरित जांच की मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने की बात कही है। मामला गर्माया हुआ है और जल्द ही कार्रवाई की उम्मीद है।
