National News: भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में नए चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी की है। 22 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह प्रणाली आगे चलकर बड़े चक्रवाती तूफान का रूप ले सकती है।
यह निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के बाद पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। अगले अड़तालीस घंटे इसके विकास के लिए महत्वपूर्ण होंगे। इस दौरान यह तय होगा कि यह प्रणाली कितनी मजबूत होगी। मौसम विभाग लगातार इस पर नजर बनाए हुए है।
प्रभावित होने वाले राज्य
इस संभावित चक्रवाती प्रणाली से कई राज्य प्रभावित हो सकते हैं। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की आशंका है। तमिलनाडु के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय क्षेत्र भी प्रभावित हो सकते हैं।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। समुद्र में लहरों की ऊंचाई बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। अगर यह प्रणाली गहरे निम्न दबाव में बदलती है तो स्थिति गंभीर हो सकती है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
मौसम विभाग की तैयारियां
भारतीय मौसम विभाग ने इस प्रणाली पर पैनी नजर रखी है। विभाग ने कहा है कि सिस्टम शुरुआती चरण में है। यह बंगाल की खाड़ी की गर्मी से ऊर्जा लेकर मजबूत हो सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर में बनने वाले चक्रवात तेजी से मजबूत होते हैं।
विभाग ने राज्य सरकारों को अग्रिम तैयारी बढ़ाने की सलाह दी है। बचाव दलों को अलर्ट पर रखा जा रहा है। तटीय इलाकों में चेतावनी प्रणाली सक्रिय की जा रही है। मौसम विभाग जल्द ही नई अपडेट जारी करेगा।
ऐतिहासिक संदर्भ
बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न चक्रवात पहले भी तबाही ला चुके हैं। हाल के वर्षों में कई चक्रवातों ने भारी नुकसान पहुंचाया है। ये चक्रवात कुछ ही घंटों में गंभीर रूप ले लेते हैं। इसलिए मौसम विभाग इस बार पहले से चेतावनी जारी कर रहा है।
बंगाल की खाड़ी में नवंबर का महीना चक्रवातों के लिए अनुकूल माना जाता है। समुद्र का तापमान चक्रवातों के विकास में सहायक होता है। मौसम विभाग के मॉडल संकेत दे रहे हैं कि यह प्रणाली मजबूत हो सकती है। अगले चौबीस से अड़तालीस घंटे निर्णायक साबित होंगे।
