India News: अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘शक्ति’ के उठने से भारत के मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है। यह साल 2025 का पहला चक्रवात है जो 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भारतीय तट की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने इसकी पुष्टि करते हुए महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा और कर्नाटक के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात उत्तर-पूर्वी अरब सागर में बना है और तेजी से मजबूत हो रहा है। अगले 24 से 48 घंटों में इसकी रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है। इसके प्रभाव से समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी हैं जो तटीय इलाकों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।
राज्य सरकारों ने शुरू की तैयारियां
महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवात की चेतावनी के बाद अपनी आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया है। समुद्र तट के नजदीकी जिलों में संभावित निकासी और राहत कार्यों की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमों को भी तटीय जिलों में अलर्ट मोड पर तैनात किया जा रहा है। राज्य सरकारों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना बनाई है। बिजली आपूर्ति, परिवहन और संचार नेटवर्क पर पड़ने वाले संभावित असर के लिए भी तैयारियां पूरी की जा रही हैं।
चक्रवात का नाम कैसे पड़ा ‘शक्ति’?
इस चक्रवात का नाम ‘शक्ति’ श्रीलंका द्वारा सुझाया गया था। चक्रवातों के नामकरण की प्रक्रिया विश्व मौसम संगठन और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक आयोग के सदस्य देश मिलकर करते हैं। इस व्यवस्था में भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान समेत 13 देश शामिल हैं।
सभी देश पहले से ही चक्रवातों के नामों की एक सूची तैयार करते हैं। इन नामों को बारी-बारी से इस्तेमाल किया जाता है। इसी क्रम में अरब सागर में उठे साल के पहले चक्रवात का नाम ‘शक्ति’ रखा गया है। नामकरण की इस प्रक्रिया से चक्रवातों की पहचान और पूर्वानुमान में आसानी होती है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात शक्ति उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ रहा है और जल्द ही भारतीय तट से टकरा सकता है। इसके प्रभाव से गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। समुद्र तटों पर तेज हवाओं के झोंके भी आ सकते हैं।
विभाग ने इन इलाकों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है क्योंकि समुद्र में तूफानी लहरें उठ रही हैं। समुद्र तटों के नजदीक रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
प्रशासन की सुरक्षा तैयारियां
प्रशासन ने चक्रवात से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। तटीय जिलों के अस्पतालों में अतिरिक्त बेड और मेडिकल सप्लाई तैयार रखी गई है। आपातकालीन सेवाओं को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था भी की जा रही है।
सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल अधिकृत स्रोतों से मिली जानकारी पर भरोसा करें। आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं जहां लोग मदद के लिए संपर्क कर सकते हैं। स्थानीय प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
