Manila News: इस साल का दुनिया का सबसे शक्तिशाली चक्रवात रागासा फिलीपींस से टकराया है। इस समय हवाएं 270 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। खतरे के कारण लगभग दस हज़ार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। फिलीपींस के साथ ही ताइवान, हांगकांग और चीन में भी इसके कहर के आसार हैं।
फिलीपींस के मौसम विभाग ने देश में हाई अलर्ट जारी किया है। सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इस शक्तिशाली तूफान के कारण भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को इसकी तीव्रता और बढ़ सकती है।
यातायात पर प्रभाव
तूफान के प्रभाव को देखते हुए ताइवान ने अपनी सभी उड़ानें तुरंत रद्द कर दी हैं। हांगकांग में अगले 36 घंटों तक कोई भी उड़ान संचालित नहीं होगी। इस कदम से हजारों यात्रियों की योजनाएं प्रभावित हुई हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
चीन ने भी तूफान को देखते हुए बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। संभावित खतरे के मद्देनजर वहां लगभग चार लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। झुहाई, जियांगमेन और शेन्ज़ेन जैसे प्रमुख शहरों में सभी सुविधाएं बंद रखने का फैसला लिया गया है।
तबाही का खतरा
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस तूफान की रफ्तार में और इजाफा हो सकता है। इससे समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है। तटीय इलाकों में बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की आशंका जताई जा रही है।
फिलीपींस में पहले से ही हो रही मूसलाधार बारिश के चलते हालात पहले से ही संवेदनशील हैं। चक्रवात रागासा के आने से स्थिति और गंभीर हो गई है। राहत और बचाव दलों को उच्च सतर्कता पर रखा गया है। लोगों को आपातकालीन सेवाओं के नंबर उपलब्ध कराए गए हैं।
इस इलाके में अक्सर इस तरह के शक्तिशाली तूफान आते रहते हैं। पिछले कुछ वर्षों में जलवायु परिवर्तन के कारण इनकी तीव्रता और आवृत्ति में वृद्धि देखी गई है। स्थानीय सरकारें अब पहले से बेहतर तैयारी कर रही हैं ताकि जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके।
फिलीपींस की अर्थव्यवस्था पर इस तूफान का सीधा असर पड़ेगा। कृषि और मछलीपालन जैसे क्षेत्रों को विशेष रूप से नुकसान होने की आशंका है। पर्यटन उद्योग पर भी असर पड़ सकता है क्योंकि कई उड़ानें रद्द हो चुकी हैं और लोग यात्रा से बच रहे हैं।
बचाव कार्यों में लगी एजेंसियों का कहना है कि तूफान के गुजर जाने के बाद ही पूरी तस्वीर सामने आ पाएगी। फिलहाल उनका पूरा ध्यान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है। आने वाले घंटे इस पूरे क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होंगे।
