Uttar Pradesh News: लखनऊ में साइबर क्राइम का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। विकास नगर की 74 वर्षीय उषा शुक्ला अपनी जीवन भर की जमा पूंजी गंवाने से बाल-बाल बच गईं। ठगों ने उन्हें दिल्ली ब्लास्ट केस में फंसाने की धमकी देकर 1.14 करोड़ रुपये मांगे थे। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के अधिकारियों की सतर्कता ने इस बड़ी ठगी को रोक दिया। महिला अब पूरी तरह सुरक्षित हैं।
बैंक अधिकारियों को हुआ शक
उषा शुक्ला घबराहट में PNB की विकास नगर शाखा पहुंची थीं। उन्होंने बैंक में अपनी एफडी तोड़कर तुरंत रकम ट्रांसफर करने की बात कही। डिप्टी मैनेजर इंद्राणी को महिला के हाव-भाव देखकर संदेह हुआ। मैनेजर सवर्ण राठौर ने महिला को अपने केबिन में बुलाया। महिला डर के कारण कुछ बोल नहीं पा रही थीं। बैंक अधिकारियों ने साइबर क्राइम की आशंका को भांप लिया।
डिजिटल अरेस्ट का दिखाया डर
जांच में पता चला कि जालसाजों ने महिला का फोन हैक कर रखा था। ठगों ने वीडियो कॉल पर पुलिस की वर्दी पहनकर उन्हें धमकाया। उन्होंने कहा कि महिला के खाते से दिल्ली ब्लास्ट के आरोपियों को पैसे भेजे गए हैं। खुद को जांच एजेंसी का अफसर बताकर ठगों ने उन्हें ‘डिजिटल अरेस्ट’ का डर दिखाया। परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी गई।
जालसाजों की ऐसे खुली पोल
बैंक मैनेजर ने समझदारी से काम लिया। उन्होंने महिला को जानबूझकर गलत खाता नंबर बताया। ठगों ने तुरंत महिला को वापस बैंक भेजकर सही नंबर लाने को कहा। इससे बैंक का शक यकीन में बदल गया कि यह साइबर क्राइम है। अधिकारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। महिला के ICICI और सेंट्रल बैंक के खाते भी तत्काल फ्रीज करवा दिए गए। पुलिस अब आरोपियों की तलाश कर रही है।
