Himachal News: हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगों ने फिर से लोगों को निशाना बनाया। शुक्रवार को 10 लोगों से 20 लाख रुपये ठगे गए। ठग फर्जी लिंक भेजकर व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराते हैं। कुल्लू में सैकड़ों लोग ठगी का शिकार हुए। शिकायतें 1930 हेल्पलाइन और एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज हुईं। साइबर क्राइम पुलिस ने संदिग्ध लिंक से सावधान रहने की अपील की।
फर्जी लिंक से ठगी
साइबर ठग स्टरलिंक फाइनेंस डॉट कॉम के नाम से फर्जी लिंक भेजते हैं। वे प्रपत्र के जरिए निजी जानकारी मांगते हैं। लोग अनजाने में लिंक पर क्लिक कर डेटा साझा करते हैं। इससे ठग बैंक खातों से पैसे उड़ा लेते हैं। साइबर क्राइम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी। इसके बावजूद ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने को कहा।
कुल्लू में बड़ा नुकसान
कुल्लू जिले में 400-500 लोग साइबर ठगी का शिकार बन चुके हैं। ठगी की राशि करोड़ों में हो सकती है। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि ठगों ने फर्जी लिंक भेजकर धोखा दिया। लोग ठगी का पता चलने पर 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कर रहे हैं। साइबर क्राइम पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्थानीय लोग अब सतर्कता बरतने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस की सलाह
डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें। लिंक की सत्यता टेलीकॉम ऑपरेटर या आधिकारिक वेबसाइट से जांचें। ठगी होने पर तुरंत 1930 नंबर पर संपर्क करें। पुलिस ने एनसीआरपी पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करने को कहा। यह सलाह लोगों को ठगी से बचाने में मददगार होगी।
बढ़ते मामले, पुलिस की चुनौती
साइबर ठगी के मामले हिमाचल में तेजी से बढ़ रहे हैं। पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती है। शातिर ठग नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। 1930 हेल्पलाइन पर रोजाना शिकायतें आ रही हैं। साइबर क्राइम विभाग ने जांच तेज कर दी है। ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है। लोग जागरूक हों, तभी ऐसी ठगी पर लगाम लगेगी।
जागरूकता की जरूरत
साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूकता जरूरी है। लोग अक्सर आकर्षक ऑफर के चक्कर में लिंक पर क्लिक कर लेते हैं। इससे उनकी मेहनत की कमाई चली जाती है। पुलिस ने कहा कि अनजान लिंक से बचें। बैंक या वित्तीय जानकारी किसी के साथ साझा न करें। साइबर क्राइम विभाग लगातार लोगों को जागरूक करने में जुटा है। यह कदम ठगी को रोकने में मदद करेगा।
