Himachal News: हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगी के मामले बढ़े। 2025 में क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर 24 लोगों को ठगा गया। साइबर सैल शिमला ने ठगी से बचने की एडवाइजरी जारी की। डीआईजी मोहित चावला ने बताया कि लोग बिना जांच के क्रिप्टो में निवेश करते हैं। ठग डार्क वेब पर राशि का दुरुपयोग करते हैं।
क्रिप्टो ठगी की शिकायतें बढ़ीं
हिमाचल में 2024 में 135 और 2025 में 24 क्रिप्टोकरेंसी ठगी की शिकायतें मिलीं। साइबर ठग अनधिकृत एक्सचेंजों के जरिए लोगों को लुभाते हैं। डीआईजी ने बताया कि ठगी की राशि का इस्तेमाल डार्क वेब पर अवैध गतिविधियों के लिए होता है। गुमनामी के कारण ठगों को ट्रेस करना मुश्किल है।
सावधानी बरतने की सलाह
डीआईजी मोहित चावला ने सलाह दी कि केवल लाइसेंस प्राप्त एक्सचेंजों पर क्रिप्टो लेन-देन करें। बिना केवाईसी या ज्यादा रिटर्न का वादा करने वाले प्लेटफार्मों से बचें। संदिग्ध गतिविधियों की सूचना 1930 हेल्पलाइन पर दें। अनजान लिंक या ऐप के जरिए क्रिप्टो लेन-देन न करें। डार्क वेब गतिविधियां गैरकानूनी हैं।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने साइबर ठगी पर नकेल कसने के लिए कदम उठाए। ब्लॉकचेन लेन-देन की एआई आधारित निगरानी हो रही है। विशेष टास्क फोर्स डार्क वेब पर नजर रख रही है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा रहा है। डीआईजी ने लोगों से वैध और सुरक्षित क्रिप्टो लेन-देन की अपील की।
