Dharamshala News: उत्तरी जोन साइबर थाना धर्मशाला ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई साल 2024 में दर्ज 59 लाख रुपये के निवेश धोखाधड़ी मामले में की गई है। पुलिस ने राजस्थान के कोटा जिले से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर धर्मशाला लाया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अट्ठाईस वर्षीय बिष्णु रावल और छत्तीस वर्षीय अभिषेक पांचाल के रूप में हुई है। दोनों कोटा जिले के निवासी हैं। धर्मशाला न्यायालय ने दोनों आरोपियों को तीन दिन के न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस रिमांड期间 उनसे पूछताछ कर रही है।
निवेश के नाम पर हुई थी ठगी
इस मामले में साइबर ठगों ने कांगड़ा जिले के एक व्यक्ति को निवेश के नाम पर फंसाया था। आरोपियों ने लाखों रुपये की ठगी की थी। उत्तरी जोन साइबर थाना ने गहन छानबीन के बाद साक्ष्य जुटाए। इसके आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि मामले में अभी तक कोई रिकवरी नहीं हो पाई है। जांच अधिकारी आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। ठगी की रकम का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस को आरोपियों से महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
राजस्थान से 14 साइबर ठग गिरफ्तार
अब तक पुलिस राजस्थान से कुल 14 साइबर ठगों को गिरफ्तार कर चुकी है। साइबर पुलिस टीम ने लंबे समय तक राजस्थान में डेरा डालकर जांच की। टीम ने विस्तृत जांच के बाद आरोपियों का पता लगाया। इस सफलता से साइबर ठगी के खिलाफ चल रहे अभियान को बल मिला है।
पुलिस लगातार साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है। विभिन्न राज्यों में फैले साइबर ठगों के नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है। तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से डिजिटल साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। हर मामले में गहन जांच की जा रही है।
साइबर ठगी के प्रकार
साइबर ठग टेलीग्राम, सेक्सटोर्शन और डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से ठगी कर रहे हैं। निवेश धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग हर दिन प्रदेश के लोगों को लाखों रुपये की ठगी कर रहे हैं। लोगों को प्रलोभन और डर के चलते अपना पैसा गंवाना पड़ रहा है।
लोगों को बार-बार जागरूक करने के बावजूद मामले सामने आ रहे हैं। लालच और प्रलोभन में आकर लोग ठगों के जाल में फंस जाते हैं। साइबर ठग नए-नए तरीके अपना रहे हैं। लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
पुलिस अधिकारी ने दी सलाह
उत्तरी जोन साइबर पुलिस के एएसपी प्रवीण धीमान ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोग किसी भी लालच या प्रलोभन में आने से बचें। अज्ञात नंबरों और ऐप्स पर भरोसा न करें। निवेश के नाम पर आने वाले प्रस्तावों को तुरंत रिपोर्ट करें।
धीमान ने बताया कि साइबर ठगी के मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा रही है। पुलिस साइबर अपराधों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। लोगों से सहयोग की अपील की गई है। संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
सुरक्षा के उपाय
लोगों को अपने बैंक खाते की जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करनी चाहिए। ओटीपी और पासवर्ड को गोपनीय रखना चाहिए। अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए। संदिग्ध फोन कॉल और मैसेज पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
निवेश के लिए केवल अधिकृत और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म का उपयोग करना चाहिए। किसी भी प्रकार के दबाव में आकर जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए। साइबर ठगी की शिकायत तुरंत साइबर सेल में दर्ज करानी चाहिए। समय रहते कार्रवाई से नुकसान को कम किया जा सकता है।
