एसीसी और अंबुजा सीमेंट प्लांट बंद करने के बाद निजी ट्रक ऑपरेटरों का प्रदर्शन जारी है। बुधवार को ट्रक ऑपरेटरों ने दधोल चौक पर अदाणी समूह का पुतला फूंका। ट्रक ऑपरेटरों ने जमकर नारेबाजी करते हुए कंपनी पर मनमानी करने का आरोप लगाया।
इससे पहले दधोल चौक पर अदाणी के नाम बनाए गए पुतले की शवयात्रा निकाली गई। ऑपरेटरों ने चेतावनी दी है कि 8 जनवरी तक कंपनी के फैसले का इंतजार किया जाएगा, उसके बाद लदरौर और घुमारवीं में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
अब महापंचायत और रास्ता रोको आंदोलन शुरू करेंगे ट्रक ऑपरेटर
करीब 22 दिन से अदाणी समूह और ट्रक ऑपरेटरों के बीच चल रहा गतिरोध नहीं थम रहा है। अब ट्रक ऑपरेटरों ने दाड़लाघाट में महापंचायत और रास्ता रोको आंदोलन शुरू करने का निर्णय किया है। बुधवार को सैकड़ों ट्रक ऑपरेटर सड़कों पर उतरे और अदाणी समूह के खिलाफ नारेबाजी की। इस वजह से हाईवे पर जाम लग गया। आक्रोश रैली अंबुजा गेट से बस स्टैंड तक पहुंची। चौक पर ऑपरेटरों ने एलान किया कि जल्द महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इसकी रूपरेखा जल्द तैयार कर ली जाएगी।
महापंचायत में ऑपरेटर, चालक-परिचालक, मेकेनिक, ऑटोमोबाइल प्रभावित व्यवसायी और उनके परिवार भाग लेंगे। संभवतया बरमाणा एसीसी सीमेंट कंपनी के ट्रक ऑपरेटर भी शिरकत करेंगे। पंचायत उपप्रधान हेमराज ठाकुर ने सवाल उठाया कि चुनाव के समय समाजसेवा की बात करने वाले राजनेता आज कहां हैं? बीएलएल के पूर्व अध्यक्ष रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि प्लांट बंद हुए 22 दिन हो गए हैं। आंदोलन के समर्थन में पूरे प्रदेश के ऑपरेटर हैं। बरमाणा, नालागढ़, सिरमौर के सभी ऑपरेटर साथ दे रहे हैं। कहा कि यह सिर्फ अदाणी औरर ऑपरेटरों का मसला नहीं है। इसमें सरकार को हस्तक्षेप करना होगा।
उपमुख्यमंत्री का रूट बदलने से हुए नाराज
रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का घनागुघाट से जाना ऑपरेटरों को बुरा लगा है। उन्हें ऑपरेटरों से क्या डर था। उनका रास्ता नहीं रोकना था, बल्कि दो मिनट बात ही करनी थी। उन्होंने कहा कि अब ट्रक ऑपरेटर रास्ता रोको आंदोलन और किसान महापंचायत की तैयारी कर रहे हैं।