हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य के विभिन्न कारागारों में सजा भुगत रहे कैदियों को विशेष छूट दी है. सरकार ने कैदियों को उनके अच्छे आचरण एवं व्यवहार को देखते हुए विशेष मुआफी की घोषणा की है, जिसके तहत विशेष मुआफी 7 दिन से लेकर 45 दिन तक दी गई है.
एक सरकारी प्रवक्ता ने मंगलवार (Tuesday) को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दी गई मुआफी से राज्य के विभिन्न कारागारों के 359 बन्दी लाभान्वित होंगे, जिसमें 3 बन्दी सजा पूरी होने के उपरांत को तत्काल रिहा हो जाएंगे.
प्रवक्ता के मुताबिक शिमला (Shimla) के कंडा कारावास के 97 व कैथू जेल के 15, नाहन के 108, धर्मशाला (Dharamshala)के 65, चंबा के 17, बिलासपुर (Bilaspur) के 18, मंडी के 10, सोलन के 04, ऊना के 11, हमीरपुर के 05, कल्पा के 03, नालागढ़ कारावास के 06 बंदियों को रिहा किया जा रहा है.
प्रवक्ता ने कहा कि इसके अतिरिक्त भारत सरकार द्वारा आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव में कार्यक्रमों की श्रंखला में कैदियों की कुछ श्रेणियों को विशेष माफी देने और उन्हें तीन चरणों 15 अगस्त 2022, 2023 और 15 अगस्त, 2023 को रिहा करने का प्रस्ताव है. सजा माफी की योजना का उद्देश्य बंदियों में कारावास के दौरान अनुशासन और सदाचरण सुनिश्चित करना है व प्रोत्साहन के रूप में जल्दी रिहाई की सम्भावना का अवसर प्रदान करना है.
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में जिन पात्र बंदियों ने अपनी 66 प्रतिशत सजा पूर्ण कर ली है, उसमें से 4 बंदियों को रिहा किया जा रहा है. एक बंदी जिसने अपनी कारावास की सजा पूर्ण कर ली है, लेकिन वह अपनी जुर्माना राशि देने में असमर्थ है, उस बंदी को भी रिहा किया जा रहा है. इस माफी से प्रदेश की विभिन्न कारागारों से कुल 5 बंदियों को रिहा किया जा रहा है.