बद्दी(सोलन)। नालागढ़ के मगनपुरा जंगल में मिले ललित कुमार के शव को लेकर हत्या के शक में हुई छानबीन के बाद उसकी हत्या पैसों के लेनदेन को लेकर मानी जा रही है। बिहार निवासी उसके साथी राहुल और विकेश पर शक है। ये दोनों भी उसी दिन से लापता थे, जिस दिन से ललित लापता था।
पुलिस के मुताबिक यह तीनों जगातखाना स्थित गत्ता फैक्टरी में काम करते थे। 18 दिसंबर को सीसीटीवी फुटेज में तीनों एक साथ बाहर आते हुए दिखे। लेकिन उसके बाद ललित कुमार अपने कमरे में नहीं पहुंचा। ललित कुमार के साथ-साथ यह दोनों भी कंपनी नहीं आए। ऐसे में अब पुलिस को इन दोनों पर शक है कि ललित कुमार की हत्या में यह दोनों शामिल हो सकते हैं। उधर शुक्रवार को पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी शिमला भेज दिया है। उधर शिमला से आई फॉरेसिंग टीम ने घटना स्थल का दौरा किया और आवश्यक सुबूत जुटाए।
बिहार के जिला समस्तीपुर के गांव फतेहपुर निवासी ललित कुमार (37) अपने पत्नी और दो बच्चों के साथ बेला मंदिर में किराए के मकान में रहता था। 18 दिसंबर को जगातखाना स्थित गत्ता फैक्टरी में गया, लेकिन वापस नहीं आया। दो दिन तक अपने स्तर पर खोजने के बाद मृतक के भाई प्रदीप ने नालागढ़ थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। वीरवार को मगनपुरा के जंगल में कुछ लोगों ने एक शव देखा तो उसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने मृतक के भाई को मौके पर बुलाया तो उसने अपने भाई की शिनाख्त की। मृतक के गले में मफलर था। पुलिस को शक है कि मफलर से उसका गला दबाकर हत्या की गई। छानबीन में यह भी पता चला है कि ललित कुमार ने विकेश के खाते में कुछ पैसे डाले थे। पुुलिस को यह भी शक है कि पैसे के लेनदेन को लेकर हत्या हुई है।
डीएसपी प्रियंक गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जिसमें ललित कुमार को कंपनी से उसके साथी राहुल और विकेश के साथ बाहर आते हुआ देखा गया। बाद में इसका शव जंगल में मिला। उसी दिन से उसके दोनों साथी राहुल और विकेश भी लापता हैं। पुलिस ने इन दोनों को खोजने के लिए टीम रवाना कर दी है। मृतक का शिमला में पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।